
पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने बड़ा दांव खेलने की तैयारी कर ली है। वित्त मंत्री और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने साफ कर दिया है कि जल संसाधन मंत्री वीरेंद्र गोयल भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) को लेकर पंजाब के अधिकारों पर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करेंगे। चीमा का आरोप है कि केंद्र BBMB के माध्यम से पंजाब के हिस्से के पानी को बाहर भेजने की कोशिश कर रहा है।
मंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने राज्य के हक के पानी की एक बूंद भी बाहर नहीं जाने दी है, सिवाय मानवीय आधार पर दी गई 4 हजार क्यूसेक पानी के। विधानसभा में इस मुद्दे को बड़े राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि पानी का सवाल पंजाब में लंबे समय से सियासी बहस का केंद्र रहा है।
नए विश्वविद्यालय और श्रम कल्याण बिल भी एजेंडे में
आप सरकार विधानसभा सत्र में केवल जल अधिकारों तक ही नहीं रुक रही। चीमा ने बताया कि रियात और सीजीसी यूनिवर्सिटी जैसे दो नए विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए प्रस्ताव पेश किए जाएंगे। इसके साथ ही पंजाब शॉप एंड कमर्शियल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट-2025, पंजाब लेबर वेलफेयर फंड और बैलगाड़ियों से जुड़ा बिल भी सदन में लाया जाएगा। जाहिर है कि आप सरकार एक साथ विकास, रोजगार और परंपरा से जुड़े मुद्दों को साधने की कोशिश कर रही है।
प्रताप बाजवा पर तीखा हमला, बीजेपी से साठगांठ का आरोप
सदन के भीतर की सियासत से अलग, हरपाल सिंह चीमा ने नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को भी आड़े हाथों लिया। बाजवा ने चीमा समेत आप के कई वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसे चीमा ने ‘कांग्रेस-बीजेपी की मिलीभगत’ करार दिया। चीमा ने कहा कि कांग्रेस का भाजपा से छुपा रिश्ता अब सबके सामने आ गया है और बाजवा बीजेपी की टॉप लीडरशिप से सीधे जुड़े हैं।
चीमा ने दावा किया कि कांग्रेस हमेशा से पंजाब में लोगों को गुमराह करती रही है और बीजेपी के साथ मिलकर झूठे मुकदमे दर्ज कराए जाते हैं। उनका यह बयान राज्य की राजनीति में कांग्रेस और आप के बीच सीधे टकराव को और गहरा करता है।
बाजवा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इधर, प्रताप सिंह बाजवा ने भी पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल, हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उनके खिलाफ एक फर्जी वीडियो गढ़कर जनता को गुमराह किया गया है। बाजवा ने चेताया कि वे उन सभी के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे जिन्होंने इस वीडियो के जरिए गलत सूचना फैलाई है।
आगामी सत्र में सियासी गर्मी तय
पंजाब विधानसभा का यह विशेष सत्र साफ इशारा कर रहा है कि आने वाले दिनों में जल अधिकारों से लेकर नेताओं की व्यक्तिगत जंग तक राज्य की राजनीति में तल्खी और बढ़ेगी। आप सरकार केंद्र पर दबाव बनाने के साथ विपक्ष को भी आड़े हाथों लेने से नहीं चूक रही, वहीं कांग्रेस भी पलटवार के मूड में है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि सदन के भीतर यह मुद्दे कितनी दूर तक जाते हैं और आम जनता को क्या संदेश देते हैं।

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