
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने कई जिलों में जलभराव और नदियों के बढ़ते जलस्तर की चुनौती खड़ी कर दी है। इसी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और साफ निर्देश दिए कि आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यह राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जलभराव वाले क्षेत्रों में तुरंत राहत और निकासी
मुख्यमंत्री ने नगर निगमों, विकास प्राधिकरणों और जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्रों में जलनिकासी व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त किया जाए। सभी जलभराव प्रभावित इलाकों से जल जल्द निकाला जाए और सीवर लाइनें तथा ड्रेनेज सिस्टम की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता पर की जाए, ताकि आवाजाही में कोई बाधा न आए।
विद्युत आपूर्ति अत्यंत सावधानी से नियंत्रित करने के निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जलभराव वाले इलाकों में बिजली आपूर्ति के दौरान पूरी सावधानी बरती जाए। दुर्घटनाओं से बचाव के लिए विद्युत विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में शॉर्ट सर्किट या करंट से कोई हादसा न हो। संबंधित इंजीनियर और कर्मी फील्ड में मौजूद रहेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निपटा जा सके।
बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में चौकसी और राहत इंतजाम
मुख्यमंत्री ने विशेषकर पूर्वांचल और बुंदेलखंड के उन जिलों पर फोकस किया जहां नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है या बाढ़ की आशंका है। उन्होंने जलशक्ति मंत्री और विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे स्थलीय निरीक्षण कर राहत एवं बचाव के लिए पूरी तैयारी रखें। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड में रहें और नाव, मेडिकल किट, सर्चलाइट जैसे उपकरण पूरी तरह तैयार हों।
किसानों और पशुपालकों को तुरंत राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में बारिश से फसल, पशुधन या संपत्ति का नुकसान हुआ है, वहां त्वरित सर्वेक्षण कर मुआवजा वितरण की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। पशुपालन, कृषि और राजस्व विभागों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी किसान या पशुपालक को राहत पाने में देरी न हो।
📰 मौसम और जलस्तर की अपडेट हर नागरिक तक पहुंचे
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि 24×7 कंट्रोल रूम सक्रिय रहें और आमजन को मौसम, वर्षा और नदियों के जलस्तर की अद्यतन जानकारी दी जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को स्थानीय मीडिया, सोशल मीडिया और आपदा प्रबंधन ऐप का प्रभावी उपयोग करने को कहा ताकि लोग समय रहते सतर्क हो सकें।
भौतिक निरीक्षण और तत्काल कार्रवाई पर जोर
मुख्यमंत्री ने सभी डीएम और नगर निकाय प्रमुखों को अपने क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति की नियमित भौतिक समीक्षा करने को कहा। किसी भी आपात सूचना या शिकायत पर तत्काल कार्रवाई हो और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा कर भोजन, पानी और दवाओं की समुचित व्यवस्था कराई जाए।

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