
नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ को लेकर भारतीय राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक बड़ा दावा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 1984 में अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर परिसर में चलाए गए ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ के दौरान इंदिरा गांधी ने ब्रिटिश सैनिकों की मदद ली थी और ऑपरेशन के बाद तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर को पत्र भी लिखा था।
सोशल मीडिया पर शेयर किया पत्र
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस कथित पत्र की एक प्रति साझा की। उन्होंने लिखा, “1984 में ब्रिटिश सैनिकों के सहयोग से ऑपरेशन ब्लू स्टार करने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर को यह पत्र भेजा। क्या कभी भी एक सार्वभौम राष्ट्र का प्रधानमंत्री दूसरे देश को अपनी आंतरिक समस्याएं बताता है?”
दुबे ने सवाल उठाया कि यह राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ नहीं तो और क्या है? उन्होंने कहा कि विदेश नीति में सामरिक सहयोग जरूरी होता है, लेकिन अपने ही देश के नागरिकों के खिलाफ बाहरी सेना की मदद लेना गंभीर सवाल खड़े करता है।
‘देश के निहत्थे नागरिकों के खिलाफ विदेशी सहयोग शर्मनाक’
निशिकांत दुबे ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “विदेशियों से लड़ने के लिए तो सामरिक सहयोग लिया जाता है, लेकिन अपने ही निहत्थे लोगों को मारने के लिए विदेशी सैनिकों का सहयोग? यह क्या कहलाएगा?” भाजपा सांसद ने कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि यह परिवार हमेशा विदेशों के आगे झुकता रहा है और इस तरह के कृत्यों ने भारत की संप्रभुता को कई बार चोट पहुंचाई है।
नेहरू पर भी साधा निशाना — चरबटिया एयरपोर्ट का जिक्र
निशिकांत दुबे ने अपने पोस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भी जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि नेहरू ने 1963 में ओडिशा के चरबटिया एयरपोर्ट को अमेरिका को दे दिया था। दुबे ने लिखा, “राहुल गांधी और कांग्रेस परिवार का अमेरिका के आगे सरेंडर। नेहरू जी ने 1963 में ओडिशा का चरबटिया एयरपोर्ट अमेरिका को सौंप दिया। गुलामी और देश बेचने की मानसिकता ने हमें पाकिस्तान की तरह अमेरिका के आगे खड़ा कर दिया।”
‘कांग्रेस ने भारत की आस्था को चोट पहुंचाई’
दुबे ने अपने पोस्ट में नेहरू-गांधी परिवार पर हिमालय क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों और ग्लेशियरों को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “क्या केदारनाथ हादसा अमेरिका के परमाणु वस्तु के कारण हुआ, जो नंदा देवी पर्वत शिखर से 1960 में गायब हुआ था? क्या तीस्ता नदी की बाढ़ का भी यही कारण है? गंगोत्री-यमुनोत्री के पिघलते ग्लेशियर और गंगा के पानी में कमी के लिए भी कांग्रेस जिम्मेदार है।”
भाजपा सांसद ने कहा कि इन मुद्दों को लेकर आम जनता को जागरूक करना जरूरी है ताकि नेहरू-गांधी परिवार के कथित काले अध्यायों से देशवासी अवगत रहें।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतजार
निशिकांत दुबे के इन आरोपों पर अब तक कांग्रेस की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, माना जा रहा है कि पार्टी इस मुद्दे पर सफाई जरूर देगी। विशेषज्ञों का मानना है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आते-आते इस तरह के पुराने दस्तावेज और दावे राजनीतिक बहस को और गरमा सकते हैं।
क्या फिर गरमाएगा ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का मुद्दा
गौरतलब है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार आज भी भारतीय राजनीति में एक संवेदनशील विषय माना जाता है। स्वर्ण मंदिर परिसर में हुए इस सैन्य अभियान ने न सिर्फ देश में बल्कि सिख समुदाय के बीच गहरा प्रभाव छोड़ा था। अब देखना होगा कि भाजपा सांसद के इस नए दावे से सियासी पारा कितना चढ़ता है और विपक्षी दल इसका क्या जवाब देते हैं।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



