
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह गुरुवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास दादिया गांव में आयोजित सहकार एवं रोजगार उत्सव में हिस्सा लेंगे। यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 की तैयारी के तहत किया जा रहा है, जिसमें सहकारी क्षेत्र की भूमिका और उसकी विस्तार योजना पर ज़ोर दिया जाएगा। शाह इस उत्सव का उद्घाटन कर ग्रामीण भारत में सहकारिता के माध्यम से आर्थिक विकास को नई दिशा देने का संदेश देंगे।
प्रवेश और कार्यक्रम की रूपरेखा
शाह दोपहर 12:05 बजे बीएसएफ के विशेष विमान से जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे और वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा दादिया गांव के कार्यक्रम स्थल जाएंगे। दोपहर 12:30 बजे वे कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, और केंद्रीय एवं राज्य स्तर के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे।
रोजगार और ग्रामीण विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस आयोजन में आठ हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे, जिससे प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, शाह 24 अन्न भंडारण गोदामों और 64 मिलेट्स आउटलेट्स का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। ये पहलें राज्य में खाद्य सुरक्षा, भंडारण क्षमता और मोटे अनाज (श्री अन्न) के प्रचार-प्रसार की दिशा में अहम मानी जा रही हैं।
सहकारी क्षेत्र में नवाचार और डिजिटलीकरण की पहल
कार्यक्रम के दौरान शाह सहकारी उत्पादों की प्रदर्शनी का निरीक्षण करेंगे, जिसमें राजस्थान के सहकारी क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियां प्रदर्शित की जाएंगी। इसके अलावा, वे सहकारी समितियों के डिजिटलीकरण और मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव योजनाओं में राजस्थान की भागीदारी बढ़ाने संबंधी नई पहलों की भी घोषणा कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ग्रामीण क्रेडिट, सहकारी मार्केटिंग, डेयरी नेटवर्क और नवाचार जैसे विषयों पर भी संबोधित करेंगे, जो सहकारिता के व्यापक भविष्य की ओर संकेत करता है।
राजनीतिक महत्व और संगठनात्मक संवाद
हालांकि यह दौरा आधिकारिक रूप से सहकारिता पर केंद्रित है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इसका असर राजस्थान की राजनीति पर भी पड़ेगा। कार्यक्रम के बाद दोपहर के लंच के दौरान अमित शाह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ अनौपचारिक संगठनात्मक चर्चा भी कर सकते हैं। यह चर्चा आगामी स्थानीय निकाय चुनावों और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा से जुड़ी हो सकती है।
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने स्पष्ट किया है कि संगठनात्मक चर्चा सीमित रहेगी और प्राथमिकता सहकारी विकास पर ही होगी। वहीं, सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने इसे ऐतिहासिक आयोजन बताते हुए कहा कि शाह का दौरा राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में मील का पत्थर साबित होगा।
शाह का कार्यक्रम और विदाई
शाह दोपहर 3:05 बजे दादिया से रवाना होंगे और 3:25 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचकर 3:30 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। उनके इस अल्पकालिक लेकिन प्रभावशाली दौरे से राजस्थान में सहकारिता आंदोलन को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
यह आयोजन स्पष्ट रूप से केंद्र सरकार की सहकारिता आधारित “सबका साथ, सबका विकास” नीति का हिस्सा है, जिससे न केवल ग्रामीण विकास को बल मिलेगा, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भाजपा की जमीनी पकड़ भी मजबूत हो सकती है।

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