
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के तहत देश के सबसे स्वच्छ शहरों को सम्मानित करेंगी। यह भव्य आयोजन आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देशभर से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) को उनके स्वच्छता प्रयासों के लिए 78 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 को विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण माना जाता है, जो स्वच्छ भारत मिशन–शहरी (SBM-U) के तहत संचालित होता है। इस अभियान की शुरुआत 2016 में केवल 73 शहरों के साथ हुई थी, लेकिन आज यह सर्वेक्षण 4,500 से अधिक शहरों को कवर कर चुका है।
इस वर्ष का संस्करण “कम करें, पुन: उपयोग करें, पुनर्चक्रण करें” की थीम पर केंद्रित है, जो कचरा प्रबंधन और पर्यावरणीय संतुलन पर जोर देता है।
सर्वेक्षण की संरचना और मूल्यांकन प्रक्रिया
इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण में 10 मापदंडों और 54 संकेतकों पर आधारित एक तकनीक-संचालित कार्यप्रणाली अपनाई गई है। इसके लिए 3,000 से अधिक प्रशिक्षित मूल्यांकनकर्ताओं ने 45 दिनों तक देश के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया।
11 लाख से अधिक परिवारों से प्रत्यक्ष संवाद किया गया, जबकि 14 करोड़ से अधिक नागरिकों ने माई गव, स्वच्छता ऐप, सोशल मीडिया आदि माध्यमों से अपनी भागीदारी दर्ज कराई, जो अब तक की सबसे बड़ी नागरिक भागीदारी रही है।
नई पहल: सुपर स्वच्छ लीग और जनसंख्या आधारित श्रेणियां
इस बार की एक प्रमुख विशेषता है “सुपर स्वच्छ लीग (SSL)” की शुरुआत, जो ऐसे शहरों को सम्मानित करती है जिन्होंने बीते तीन वर्षों में स्वच्छता में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इसके अलावा, निष्पक्षता और संतुलित मूल्यांकन सुनिश्चित करने के लिए पहली बार पांच जनसंख्या-आधारित श्रेणियों में शहरों को बांटा गया है:
बहुत छोटे शहर (20,000 से कम जनसंख्या)
छोटे शहर (20,000-50,000)
मध्यम शहर (50,000-3 लाख)
बड़े शहर (3-10 लाख)
महानगर (10 लाख से अधिक)
इस वर्गीकरण से छोटे शहरों को भी पहचान और प्रेरणा मिलने की संभावना बढ़ी है।
गंगा टाउन से लेकर सफाईमित्रों तक विशेष सम्मान
पुरस्कार वितरण में न केवल सामान्य श्रेणियों, बल्कि गंगा टाउन, कैंटोनमेंट बोर्ड, महाकुंभ, सफाईमित्र सुरक्षा, और राज्य स्तरीय उभरते स्वच्छ शहरों को भी शामिल किया गया है। इससे उन प्रयासों को पहचान मिलती है जो विशेष और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किए गए हैं।
राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा राष्ट्रीय गौरव
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह कार्यक्रम न केवल उत्कृष्टता को सम्मानित करने वाला है, बल्कि यह देश को स्वच्छता की दिशा में आगे बढ़ाने का एक प्रतीकात्मक और प्रेरणादायक क्षण भी है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25, भारत की शहरी स्वच्छता क्रांति का प्रतिनिधित्व करता है, जो नागरिक सहभागिता, नवाचार और सतत विकास को बढ़ावा देता है। यह कार्यक्रम भारत के शहरों को न केवल स्वच्छ, बल्कि गौरवशाली, स्वस्थ और सतत भविष्य की ओर अग्रसर करता है।

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