
बिहार के मोतिहारी में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी ने वर्षों तक गरीबों, दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के नाम पर राजनीति की, लेकिन उनके हित में कोई ठोस कार्य नहीं किया। पीएम मोदी ने जनता को आगाह करते हुए कहा, “हमें बिहार को इनकी बुरी नीयत से बचाना है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी की जनसभा से न केवल विपक्ष की नीयत पर सवाल उठाए, बल्कि पूर्वी भारत को विकास का केंद्र बनाने का खाका भी खींचा। उनका सपना है कि मोतिहारी मुंबई जैसा, गया गुरुग्राम जैसा और पटना पुणे जैसा औद्योगिक केंद्र बने—और इसी लक्ष्य की ओर वे बिहार को ले जाने का संकल्प दोहराते दिखे।

बिहार के साथ किया गया अन्याय, अब हो रहा है न्याय
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस और आरजेडी समर्थित सरकार थी, तब बिहार की उपेक्षा की गई। उन्होंने बताया कि यूपीए सरकार के 10 वर्षों में बिहार को सिर्फ 2 लाख करोड़ रुपये मिले, जबकि एनडीए की सरकार ने पिछले 10 साल में बिहार को कई गुना अधिक धनराशि विकास कार्यों के लिए दी है। उन्होंने इसे “बिहार से बदला लेने वाली राजनीति” का अंत बताया।
गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंचा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस के शासनकाल में गरीबों को पक्का मकान मिलना सपना था, लेकिन आज गरीबों को उनका हक सीधे मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पीएम आवास योजना के तहत 60 लाख से अधिक घर बिहार में बनाए गए, जिनमें से मोतिहारी में ही लगभग 3 लाख घर गरीबों को दिए गए हैं।
पूर्वी भारत को मिल रही नई पहचान
पीएम मोदी ने अपने भाषण में पूर्वी भारत के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जैसे मुंबई, पुणे, गुरुग्राम और बेंगलुरु ने देश की प्रगति में योगदान दिया, वैसे ही आने वाले समय में मोतिहारी, पटना, गया, संथाल परगना और वीरभूम भी विकास के नए आयाम स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि- “हमारा संकल्प है कि पूर्वी भारत भी उसी तेजी से आगे बढ़े, जैसे पश्चिमी भारत बढ़ा है।”
7 हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री ने बताया कि मोतिहारी की धरती से आज 7000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। उन्होंने इसे बिहार के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए राज्य की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
चंपारण की धरती से भविष्य की नई रोशनी
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वही धरती है, जहां से महात्मा गांधी को सत्याग्रह की प्रेरणा मिली थी और अब यही धरती बिहार को नया भविष्य देने वाली प्रेरणा बनेगी। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी पूरब की है, और इस दौर में पूर्वी भारत, खासकर बिहार, बंगाल, ओडिशा और झारखंड को नई ऊर्जा और नई पहचान मिल रही है।

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