
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने युवाओं को साधने के लिए रोजगार के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। इसी कड़ी में शनिवार को पटना के ज्ञान भवन में कांग्रेस पार्टी की ओर से रोजगार मेला आयोजित किया गया। इस मेले में बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया, जहां विभिन्न कंपनियों ने इंटरव्यू के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया में भाग लिया।
कन्हैया कुमार का बयान: हमारा लक्ष्य सिर्फ रोजगार देना
रोजगार मेला के आयोजन के दौरान कांग्रेस नेता और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा, “हमारी पार्टी का मकसद सिर्फ युवाओं को नौकरी दिलाना है। हम सत्ता में हों या विपक्ष में, युवाओं के भविष्य के लिए काम करते रहेंगे। यह रोजगार मेला इसी प्रतिबद्धता का हिस्सा है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही बेरोजगारी को राष्ट्रीय संकट मानती रही है और इसके समाधान के लिए प्रयासरत है।

‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा की निरंतरता
कन्हैया कुमार ने राहुल गांधी की बिहार में हुई ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यह रोजगार मेला उसी अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार भले बिहार में न हो, लेकिन युवाओं के भविष्य को लेकर पार्टी गंभीर है और हर संभव प्रयास कर रही है।
सरकार पर सवाल, वादों की याद
कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “पीएम मोदी ने हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था। अब तक 22 करोड़ रोजगार देने का समय निकल गया, लेकिन बिहार में दो करोड़ रोजगार भी नहीं मिल सके।” उन्होंने सवाल किया कि जब विपक्ष यह प्रयास कर सकता है, तो सत्ता में बैठी सरकार क्यों नहीं?
राजनीतिक सरगर्मी में नई दिशा
इस रोजगार मेला के जरिए कांग्रेस ने एक बार फिर रोजगार को चुनावी मुद्दा बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। युवाओं को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने के इस प्रयास से बिहार की सियासत में नई बहस शुरू हो गई है। कांग्रेस का यह संदेश स्पष्ट है – “रोजगार सिर्फ वादा नहीं, ज़रूरत है और हमारी प्राथमिकता भी।”

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