
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही भारत के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर दोनों की मुलाकात की तस्वीरें साझा की गईं।
अब हरिवंश निभाएंगे राज्यसभा के कार्यवाहक सभापति की भूमिका
भारत के उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं और जब तक यह पद रिक्त रहता है, तब तक राज्यसभा की कार्यवाही उपसभापति के निर्देशन में चलती है। ऐसे में हरिवंश अब कार्यवाहक सभापति के रूप में राज्यसभा की कमान संभालेंगे, जब तक कि नया उपराष्ट्रपति चुना नहीं जाता।
धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से दिया इस्तीफा
जगदीप धनखड़ ने सोमवार को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपते हुए कहा कि वह स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देना चाहते हैं और चिकित्सीय सलाह का पालन करना उनके लिए आवश्यक है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दिया, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया।
धनखड़ ने प्रधानमंत्री और संसद का जताया आभार
धनखड़ ने ‘एक्स’ पर साझा अपने संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्रिपरिषद और संसद के सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन उनके कार्यकाल में बेहद मूल्यवान रहा। संसद के सदस्यों से मिले विश्वास और स्नेह को वे जीवन भर याद रखेंगे।
भारत की प्रगति का हिस्सा बनना बताया सौभाग्य
अपने संदेश में जगदीप धनखड़ ने भारत की हालिया आर्थिक प्रगति और विकास को “अभूतपूर्व” बताते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक कालखंड में देश की सेवा करना उनके लिए गौरव की बात रही। उन्होंने भारत के भविष्य को लेकर अपना अटूट विश्वास भी जताया और देश के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ पद से विदाई ली।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



