चंदौली जिले के बरहनी ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी हासिल करने में पूर्व प्रमुख सुनीता सिंह को एकबार फिर से कामयाबी मिल सकती है, क्योंकि सभी दावेदार धराशायी होते दिख रहे हैं।
बताते चलें कि दूसरी बार बरहनी ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी सुनीता सिंह के पाले में जाने की संभावना प्रबल होती दिख रही है। पहली बार सपा में रहते इस कुर्सी पर कब्जा करने वाली सुनीता सिंह को अबकी बार यह कुर्सी भाजपा की मदद से मिल सकती है।
भाजपा के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के संयोजक महेंद्र सिंह की पत्नी सुनीता सिंह इस बार बरहनी ब्लॉक की कुर्सी निर्विरोध हासिल करने का सपना सजोए हैं। कहा जा रहा है कि इनको टक्कर देने वाली माया सिंह बीडीसी का चुनाव हार चुकी हैं और दूसरी कोई और महिला उम्मीदवार मैदान में आती नहीं दिखायी दे रही है, जिससे लगता है कि अब सुनीता सिंह को दूसरी बार यह कुर्सी को हासिल करने में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।
इनके द्वारा पहली बार सपा में रहते के ब्लॉक प्रमुख के रूप में महंत सिंह की पत्नी विनीता सिंह को लगभग 14, 15 वोटों से हराया था और 2005 से 2010 तक का अपना कार्यकाल बखूबी पूरा किया था। वह बरहनी ब्लॉक सफल ब्लॉक प्रमुखों में एक गिनी जाती रही हैं। लेकिन पार्टियों ने उथल पुथल होने के बाद इनके पति द्वारा भाजपा का दामन थाम लिया गया। वह इस समय काशी प्रान्त के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के संयोजक के पद पर हैं। इस बार भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़कर इस मुकाम को हासिल करने में कोई खास मुश्किल आती नहीं दिख रही है।
इस संबंध में सुनीता सिंह के पति महेंद्र सिंह ने बताया कि बरहनी ब्लॉक के 91 में से 90 बीडीसी पदों पर चुनाव हुए हैं और उन्होंने सभी 90 क्षेत्र पंचायत सदस्यों से संपर्क साधा है। सभी उनका साथ देने के लिए तैयार हैं। ऐसे में नहीं लगता है कि उनके खिलाफ कोई मैदान में आने की कोशिश करेगा। केवल ब्लाक प्रमुख चुनाव की घोषणा में देरी है। फिर प्रत्याशी घोषित होते ही निर्विरोध चुनाव जीत सकते हैं। इसके बावजूद विपक्षी पार्टी द्वारा कोई कंडीडेट लाया जाता है तो देखा जाएगा। उनके लिए यह चुनाव जीतना कोई बड़ी चिंता का विषय नहीं है।