
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को बिहार दौरे पर रहेंगे, जहां वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पुनौरा धाम में माता जानकी मंदिर का संयुक्त शिलान्यास करेंगे। देवी सीता को समर्पित यह भव्य मंदिर मिथिला की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक बनेगा, जिसे ‘बिहार की अयोध्या’ कहा जा रहा है।
67 एकड़ में बनेगा भव्य परिसर
882.87 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह मंदिर परिसर 67 एकड़ में फैला होगा। इसका मुख्य आकर्षण 151 फीट ऊंचा गर्भगृह होगा, जिसे 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है। बिहार पर्यटन विभाग इस परियोजना का नेतृत्व कर रहा है। अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही इसका स्थापत्य कला और धार्मिक महत्व पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र
मंदिर केवल पूजा का स्थल नहीं होगा, बल्कि यह मिथिला की परंपराओं को संजोने वाला सांस्कृतिक केंद्र भी बनेगा। परिसर में यज्ञ मंडप, संग्रहालय, सभागार, सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका, भजन संध्या स्थल, धर्मशालाएं, अतिथि गृह, मिथिला हाट, कैफेटेरिया, ई-कार्ट स्टेशन, छात्रावास, सड़क प्रदर्शनी और पार्किंग जैसी सुविधाएं होंगी। इसके साथ जानकी कुंड का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।
राजनीतिक और धार्मिक महत्व
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “पिछले साल सीतामढ़ी में अमित शाह ने कहा था कि राम मंदिर बन गया है, अब पुनौरा धाम में सीताजी का मंदिर बनेगा। यह उन लोगों के लिए जवाब है, जिन्होंने भगवान राम के अस्तित्व को नकारा।” इस कार्यक्रम को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चा तेज है, क्योंकि अमित शाह और नीतीश कुमार लंबे समय बाद एक मंच पर नज़र आएंगे।
हजारों श्रद्धालु होंगे शामिल
शिलान्यास समारोह में केंद्रीय और राज्य मंत्रियों, प्रमुख संतों और देशभर से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। सुरक्षा और लॉजिस्टिक तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं। सीतामढ़ी इस आयोजन को हाल के वर्षों के सबसे बड़े धार्मिक समारोह के रूप में देखने के लिए तैयार है।

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