
देश इस वर्ष 15 अगस्त को 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे। लेकिन इस बार का उत्सव खास होने वाला है, क्योंकि स्वतंत्रता दिवस समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता की झलक पूरे आयोजन में दिखाई देगी।
ज्ञानपथ से निमंत्रण पत्र तक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की छाप
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष ज्ञानपथ पर सजावट से लेकर निमंत्रण पत्रों तक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का लोगो और ‘चिनाब ब्रिज’ की वॉटरमार्क छवि प्रमुख रूप से प्रदर्शित होगी। यह प्रतीक नए भारत के साहस और प्रगति को दर्शाता है। इस वर्ष का थीम “नया भारत” है, जो विकसित भारत 2047 के विजन की दिशा में हो रहे कार्यों को प्रतिबिंबित करेगा। समारोह का मुख्य उद्देश्य एक समृद्ध, सुरक्षित और साहसी भारत के उदय का उत्सव मनाना है।
गार्ड ऑफ ऑनर और ध्वजारोहण की विशेष तैयारी
लालकिले पर प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देने के लिए कुल 96 जवान शामिल होंगे—सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से 24-24 जवान और एक-एक अधिकारी। इस वर्ष की समारोह की कोऑर्डिनेटिंग सर्विस भारतीय वायु सेना है।
ध्वजारोहण के साथ ही 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाएगी, जिसमें पूरी तरह स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का इस्तेमाल होगा। राष्ट्रीय सलामी के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के 128 जवान मौजूद रहेंगे।

हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा और प्रतीकात्मक झंडे
ध्वजारोहण के तुरंत बाद भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर लालकिले के ऊपर से उड़ान भरेंगे। इनमें से एक राष्ट्रीय ध्वज के साथ और दूसरा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के प्रतीकात्मक ध्वज के साथ दिखाई देगा। दोनों से फूलों की वर्षा कर समारोह में रंग और उत्साह का माहौल बनाया जाएगा।
एनसीसी और ‘माई भारत’ की भागीदारी
प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद एनसीसी कैडेट्स और ‘माई भारत’ वॉलंटियर्स राष्ट्रगान प्रस्तुत करेंगे। करीब 2,500 कैडेट्स और वॉलंटियर्स ज्ञानपथ पर बैठकर “नया भारत” का विशाल लोगो बनाएंगे।
विशेष अतिथि और जनभागीदारी
इस वर्ष के समारोह में लगभग 5,000 विशेष अतिथि शामिल होंगे, जिनमें स्पेशल ओलंपिक्स 2025 के भारतीय दल, अंतरराष्ट्रीय खेलों के विजेता, उत्कृष्ट किसान, आदर्श सरपंच, युवा लेखक, उद्यमी, सरकारी योजनाओं के लाभार्थी, स्वच्छता कर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पुनर्वासित मजदूर, स्वयंसेवक और आदिवासी बच्चे शामिल हैं।
इसके अलावा 1,500 लोग विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पारंपरिक परिधानों में आकर भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन करेंगे।

देशभर में देशभक्ति का माहौल
स्वतंत्रता दिवस से पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’, ‘नया भारत’ और राष्ट्रीय सुरक्षा पर निबंध, पेंटिंग, रील और ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। लगभग 1,000 विजेता लालकिले पर आयोजित समारोह के साक्षी बनेंगे।
पहली बार शाम को देशभर के 140 से अधिक स्थानों पर सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक, एनसीसी और असम राइफल्स के बैंड देशभक्ति धुनों से माहौल को जीवंत करेंगे।
इस तरह, 79वां स्वतंत्रता दिवस न केवल आज़ादी के अमूल्य पर्व का उत्सव होगा, बल्कि यह भारत के साहस, संकल्प और उपलब्धियों—विशेषकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’—का प्रतीक बनकर इतिहास में दर्ज होगा।

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