
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर विपक्षी दल लगातार हमलावर हैं। इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राहुल गांधी किसी भी हमले से डरने वाले नहीं हैं और वे लोकतंत्र को बचाने के लिए हर चुनौती का सामना करेंगे।
संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रियंका गांधी ने भाजपा को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराया। उन्होंने कहा, “पिछले 10-11 सालों में भाजपा ने अपनी हर विफलता का ठीकरा जवाहरलाल नेहरू पर फोड़ा है। अब उन्हें अतीत की बात करना बंद करके अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए।” उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि आखिर एसआईआर क्यों किया जा रहा है और वोट चोरी के आरोपों पर उसका क्या जवाब है। प्रियंका ने कहा, “जनता को समझाइए, अगर यह सच नहीं है तो जनता को बता दें।”
कांग्रेस महासचिव ने अपने भाई राहुल गांधी का जोरदार बचाव किया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी किसी हमले से नहीं डरते, सब कुछ सह लेंगे, लड़ते रहेंगे और बिल्कुल पीछे नहीं हटेंगे।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी बिहार में मतदाता सूची की अनियमितताओं को लेकर ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर हैं। प्रियंका का यह बयान राहुल के नेतृत्व और दृढ़ संकल्प को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।

प्रियंका ने ‘शपथ’ के मामले पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “सबसे बड़ी शपथ हम लोकसभा में लेते हैं। ये जो हलफनामा मांग रहे हैं, यह बेकार की बात है।” उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग जानबूझकर हलफनामे जैसी मांगें कर रहा है ताकि बाद में तकनीकी आधार पर उन्हें रद्द किया जा सके। उन्होंने कहा, “ये सब बकवास है, सच्चाई सबके सामने है।” उन्होंने चुनाव आयोग से सीधे उन सवालों का जवाब देने की मांग की जो राहुल गांधी ने उठाए हैं, जैसे कि एक ही पते पर 100-100 लोगों का पंजीकरण कैसे हुआ। प्रियंका ने कहा कि जब भाजपा और चुनाव आयोग के पास इन सवालों का जवाब नहीं है, तो वे नेहरू, इंदिरा गांधी या हलफनामे जैसे विषयों पर बात करके ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मीडिया से बात करते हुए चुनाव आयोग पर हमला बोला था। उन्होंने कहा, “हम वोट चोरी के खिलाफ हैं और जनता को यह संदेश दे रहे हैं कि उनके साथ अन्याय हो रहा है।” खड़गे ने चुनाव आयोग पर धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे 7 दिनों में जवाब देने का नोटिस भेज रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह उनका हथियार है। हमारे पास भी हथियार हैं, जिन्हें हम समय आने पर इस्तेमाल करेंगे।” खड़गे ने इस मुद्दे को संविधान और लोकतंत्र की हत्या बताया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस इस लड़ाई को एक वैचारिक युद्ध के रूप में देख रही है।

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