
निषाद पार्टी में बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया गया है। दिल्ली में हुए पार्टी के अधिवेशन के बाद शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद के सरकारी आवास पर हुई बैठक में ये फैसले लिए गए और रविवार को इसका औपचारिक आदेश जारी कर दिया गया। इस बदलाव में सबसे अहम बात यह है कि डॉ. संजय निषाद के विधायक बेटे सरवन निषाद को यूपी प्रभारी पद से मुक्त कर दिया गया है।
बाबूराम बने प्रदेश प्रभारी, व्यासमुनि को मिली कमान
पार्टी के नए संगठनात्मक ढांचे के तहत, बाबूराम निषाद को प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि व्यासमुनि निषाद को प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई है। इससे पहले, प्रदेश प्रभारी का पद डॉ. संजय निषाद के बेटे सरवन निषाद के पास था, लेकिन अब उनसे सभी संगठनात्मक जिम्मेदारियां वापस ले ली गई हैं।
अन्य प्रमुख बदलाव
संगठन में अन्य महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं:
- रविंद्र मणि निषाद, जो अब तक प्रदेश अध्यक्ष थे, उन्हें राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है। वह राष्ट्रीय कार्य समिति के प्रभारी होंगे और उन्हें बिहार का भी प्रभारी बनाया गया है।
- राज्य अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य मिठाई लाल निषाद को राष्ट्रीय सचिव और बिहार का सह-प्रभारी बनाया गया है।
- राज्य महिला आयोग की सदस्य जनकनंदिनी निषाद को भी राष्ट्रीय सचिव और बिहार की सह-प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।
- इन बदलावों से संगठन में चार महत्वपूर्ण पद खाली हो गए हैं, जिनमें महिला प्रदेश अध्यक्ष का पद भी शामिल है। पार्टी के इस कदम को संगठन को मजबूत करने और नए चेहरों को मौका देने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, विधायक सरवन निषाद को पद से हटाने के फैसले ने राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

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