
दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी ने दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर हलचल मचा दी है। यह छापेमारी सौरभ भारद्वाज के स्वास्थ्य मंत्री कार्यकाल के दौरान अस्पतालों के निर्माण से जुड़े कथित घोटाले के सिलसिले में की गई थी। इस कार्रवाई के बाद सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक भावुक पोस्ट लिखकर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का आभार व्यक्त किया।
ईडी की कार्रवाई और ‘आप’ का विरोध
मंगलवार को ईडी की टीम ने सौरभ भारद्वाज के आवास पर तलाशी अभियान चलाया। इस छापेमारी के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए केंद्र सरकार पर तीखा निशाना साधा। ‘आप’ नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को परेशान करने, उन्हें डराने और उनकी आवाज को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों, खासकर ईडी, का दुरुपयोग कर रही है।
वहीं, केंद्र सरकार का कहना है कि ईडी पूरी स्वतंत्रता और निष्पक्षता के साथ काम कर रही है और जो भी भ्रष्टाचार में लिप्त है, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस तरह की छापेमारी और आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला भारत की मौजूदा राजनीतिक तस्वीर का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है, जहां विपक्षी दल लगातार केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हैं, और सरकार इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई का हिस्सा बताती है।
सौरभ भारद्वाज का भावुक पोस्ट
ईडी की छापेमारी के दो दिन बाद, सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट लिखा। इस पोस्ट में उन्होंने अपने उन सभी समर्थकों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया जो इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े रहे। उन्होंने लिखा, “धन्यवाद। मेरा वॉट्सऐप नहीं चल रहा है और मेरा फोन ईडी वाले ले गए हैं, इसलिए ट्विटर के माध्यम से उन सभी को धन्यवाद कर रहा हूं जो मेरे घर के बाहर रात 2:30 बजे तक डटे रहे।”
उन्होंने अपने पोस्ट में पार्टी की विभिन्न शाखाओं जैसे एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एएसएपी), महिला विंग, यूथ विंग, और अन्य कार्यकर्ताओं का जिक्र करते हुए उनका दिल से आभार जताया। उन्होंने विशेष रूप से महिला कार्यकर्ताओं की सराहना की, जो “पूरे दिन बारिश में भीगती रहीं।”
भारद्वाज ने अपने शीर्ष नेताओं के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “रात 2 बजे तक पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह आदि सभी जागे रहे, सभी बार-बार फोन पर पता करते रहे, इससे ज्यादा हमारे परिवार को कुछ नहीं चाहिए।” उन्होंने सोशल मीडिया पर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले समर्थकों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके आने से उन्हें और उनके परिवार को “बहुत ताकत मिली है।”
राजनीतिक विश्लेषण: उत्पीड़न की राजनीति बनाम पारदर्शिता
यह घटना दिल्ली और केंद्र के बीच चल रहे लंबे राजनीतिक संघर्ष को और गहरा करती है। सौरभ भारद्वाज का यह पोस्ट सिर्फ एक धन्यवाद संदेश नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक बयान भी है। ‘मेरा फोन ईडी वाले ले गए’ जैसी लाइनें सीधे तौर पर केंद्र सरकार पर हमला हैं। यह ‘आप’ की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वह जनता के बीच यह संदेश देना चाहती है कि केंद्र सरकार उनके नेताओं का उत्पीड़न कर रही है।
इस तरह की छापेमारी और गिरफ्तारी अक्सर सहानुभूति को भी बढ़ाती है, जिसका राजनीतिक दल लाभ उठाना चाहते हैं। ‘आप’ के लिए, यह मौका है कि वह खुद को ‘पीड़ित’ के रूप में पेश करे और यह बताए कि उसकी ईमानदारी की लड़ाई को दबाने की कोशिश की जा रही है। दूसरी तरफ, भाजपा के लिए यह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने का मौका है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह घटना दिल्ली में आगामी चुनावों पर क्या प्रभाव डालती है।

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