
झारखंड सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और मधुपुर के विधायक हफीजुल हसन की तबीयत गुरुवार को अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तत्काल रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया। सांस लेने में परेशानी और बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को अभी स्थिर बताया है।
मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री पहुंचे अस्पताल
मंत्री हफीजुल हसन की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तुरंत अस्पताल पहुंचे और उनका हालचाल जाना। उनके साथ मंत्री इरफान अंसारी, विधायक दीपिका पांडेय, शिल्पी नेहा तिर्की और संजय यादव सहित कई जनप्रतिनिधि भी अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से स्वास्थ्य की जानकारी ली और मंत्री के परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार हरसंभव मदद के लिए उनके साथ खड़ी है।
हाल ही में हुई थी ओपन हार्ट सर्जरी
यह ध्यान देने योग्य है कि मंत्री हफीजुल हसन की पिछले महीने 8 जुलाई को दिल्ली के मेदांता अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने मीडिया को बताया कि सुबह लगभग 10 बजे हफीजुल हसन को सांस लेने में कठिनाई महसूस हुई और उन्हें अत्यधिक पसीना आ रहा था, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।

फेफड़ों में संक्रमण, हालत स्थिर
डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में हृदय से जुड़ी कोई गंभीर समस्या सामने नहीं आई है। हालांकि, उनका सीटी स्कैन किया गया, जिसमें उनके फेफड़ों में हल्का संक्रमण और निमोनिया जैसे लक्षण पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि हाल ही में हुई ओपन हार्ट सर्जरी को देखते हुए डॉक्टरों ने एहतियातन उन्हें विशेष निगरानी में रखा है। उन्होंने यह भी कहा, “स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। यह फूड एलर्जी और फेफड़ों में इंफेक्शन से जुड़ा मामला है। घबराने की कोई बात नहीं है, मंत्री जी खतरे से बाहर हैं और जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।”
अस्पताल परिसर में मंत्री के समर्थक और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जो उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

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