
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) ‘हम’ में आंतरिक कलह खुलकर सामने आ रही है। पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी की बहू और इमामगंज से विधायक दीपा मांझी के खिलाफ उन्हीं की पार्टी की एक नेता ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है।
पार्वती देवी ने ठोंकी दावेदारी
इमामगंज प्रखंड की जिला पार्षद पार्वती देवी, जो ‘हम’ पार्टी की सदस्य हैं, ने आगामी विधानसभा चुनाव में इमामगंज से अपनी उम्मीदवारी की दावेदारी पेश कर दी है। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को साफ चेतावनी दी है कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तो वह दीपा मांझी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी।
पार्वती देवी का कहना है कि अगर पार्टी उनकी दावेदारी को नजरअंदाज करती है, तो वह पार्टी से बगावत कर सकती हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में ‘हम’ के प्रदेश महासचिव नंदलाल मांझी को भी पार्टी से हटा दिया गया है, जो पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष की ओर इशारा करता है।
संतोष सुमन ने दिया बयान
इस पूरे मामले पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि पार्वती देवी को ‘हम’ पार्टी की नेता होने के नाते ही जिला परिषद सदस्य बनने का मौका मिला था।

उन्होंने यह भी कहा, “अगर कोई व्यक्ति चुनाव लड़ना चाहता है तो वह किसी के विरोध में कहीं भी चुनाव लड़ सकता है। यह उनका स्वतंत्र विचार है। किसी को विधायक पसंद नहीं है, तो किसी को पार्टी पसंद नहीं है, इस पर हमें कोई टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है।” संतोष सुमन का यह बयान दर्शाता है कि पार्टी इस बगावत को गंभीरता से नहीं ले रही है, लेकिन यह चुनाव से पहले पार्टी की एकजुटता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।

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