
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पश्चिम चंपारण जिले को 1,198.86 करोड़ रुपये की 357 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। वाल्मीकिनगर में प्रस्तावित लवकुश इको-टूरिज्म पार्क के स्थल पर आयोजित एक समारोह में, सीएम ने 237 योजनाओं का उद्घाटन किया, जिनकी लागत 197.36 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही 114 नई योजनाओं का शिलान्यास 586.67 करोड़ रुपये की लागत से किया गया। प्रगति यात्रा के दौरान घोषित छह अन्य योजनाओं के लिए 414.83 करोड़ रुपये का भी शिलान्यास किया गया।
इस मौके पर, मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों का निरीक्षण किया और जीविका दीदियों, पेंशनधारकों और अन्य लाभार्थियों के साथ बातचीत की। बाद में, बेतिया में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए, नीतीश कुमार भावुक हो गए और चंपारण से अपने गहरे जुड़ाव को याद किया।
चंपारण से भावनात्मक जुड़ाव और विकास की कहानी
मुख्यमंत्री ने कहा, “आप लोग जानते हैं, मुझे पश्चिम चंपारण से कितना प्यार है। मेरी हर यात्रा की शुरुआत यहीं से होती है।” उन्होंने चंपारण के बदलते परिदृश्य पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि पहले लोग यहाँ दिन में भी आने से डरते थे, लेकिन उनकी सरकार बनने के बाद डकैतों का सफाया कर दिया गया। यह बयान बिहार में कानून व्यवस्था में सुधार के लिए उनकी सरकार के प्रयासों पर जोर देता है।
नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को गिनाया, जिनमें 5 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति, कई मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली का प्रावधान शामिल है। उन्होंने बुजुर्गों को पेंशन और महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों का भी जिक्र किया। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी के मामले में बिहार देश में सबसे आगे है, जो महिला सशक्तीकरण के प्रति उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सर्वे भवन्तु सुखिनः और पीएम मोदी की तारीफ
अपने भाषण में, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया है और सभी को लाभ पहुंचाया गया है। उन्होंने मंदिरों के लिए बाउंड्री वॉल और कब्रिस्तानों की घेराबंदी का उदाहरण दिया, जो उनकी सरकार के समावेशी दृष्टिकोण को दिखाता है, जहाँ किसी भी समुदाय के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है।
नीतीश कुमार ने पिछली सरकारों पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया, जबकि उन्होंने अपनी सरकार को सभी के हित में काम करने वाली बताया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से बिहार को विकास में बड़ा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने मंच से कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री के लिए तालियां बजाने की अपील की, जो भाजपा के साथ उनकी गठबंधन सरकार के मजबूत संबंधों को दर्शाता है। यह कदम राज्य और केंद्र के बीच बेहतर तालमेल का संदेश देता है, जो बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रमुख विकास परियोजनाएं
नीतीश कुमार द्वारा घोषित प्रमुख परियोजनाओं में कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं:
बेतिया महाराजा स्टेडियम का पुनर्निर्माण: 53 करोड़ रुपये की लागत से इस स्टेडियम का जीर्णोद्धार किया जाएगा।
मधुबनी डिग्री कॉलेज: 12.45 करोड़ रुपये की लागत से एक नए कॉलेज का निर्माण होगा।
डॉन नहर सड़क: 77.70 करोड़ रुपये की लागत से इस सड़क का निर्माण होगा।

अमवामन पावर ग्रिड: 145 करोड़ रुपये की लागत से पावर ग्रिड की स्थापना होगी।
बरवत सेना-पथरिघाट रोड: 73.16 करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण किया जाएगा।
लवकुश पार्क: 51.54 करोड़ रुपये की लागत से लवकुश पार्क का निर्माण किया जाएगा।
यह परियोजनाएं पश्चिम चंपारण में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करेंगी। मुख्यमंत्री का यह दौरा और घोषणाएं विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में विकास के एजेंडे को और तेज करने का एक प्रयास माना जा रहा है।

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