
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां, जो हाल ही में 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए हैं, ने मुख्तार अंसारी की मौत की खबर के बाद जेल में अपने खान-पान को लेकर अत्यधिक सावधानी बरतने की बात स्वीकार की है। दिल्ली में उपचार कराने के बाद रामपुर लौटे आजम खां ने मीडिया से बात करते हुए उन अटकलों और दावों पर सफाई दी, जिनमें कहा गया था कि उन्हें जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था।
आजम खां ने स्पष्ट किया कि उनकी बात को गलत समझा गया। उन्होंने कहा, “हर इंसान को मौत से डर लगता है। जब मुख्तार अंसारी के निधन की खबर आई और यह पता चला कि उन्हें धीमा जहर दिया गया था, तब से मैं खाने-पीने के मामले में बहुत सतर्क हो गया।”
इस सतर्कता के कारण उन्होंने जेल में अपने भोजन की मात्रा को बहुत कम कर दिया था। सपा नेता ने खुलासा किया, “मैं दिन में एक और रात में आधी रोटी नींबू के अचार के साथ खाता था।” उनका यह बयान उस समय आया है, जब कुछ दिन पहले दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उनसे मिलने आए मीडियाकर्मियों के बीच उनके भोजन में धीमा जहर दिए जाने की चर्चा हुई थी।
पांच साल जेल की छोटी कोठरी में बिताए
सपा के वरिष्ठ नेता 22 अक्टूबर 2023 से सीतापुर जिला कारागार में निरुद्ध थे और 23 सितंबर को रिहा होकर रामपुर पहुंचे थे। रिहाई के अगले ही दिन 24 सितंबर को उन्हें उपचार के लिए दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अपनी बिगड़ती सेहत पर बात करते हुए आजम खां ने कहा कि उन्होंने लगभग पांच साल जेल की एक छोटी सी कोठरी में बिताए, जहां “इंसान का नामोनिशान नहीं था।” उन्होंने कहा, “ऐसे हालात में बीमार होना स्वाभाविक है।” उन्होंने बताया कि अब उनकी सेहत में सुधार हो रहा है, और उनकी प्राथमिकता स्वास्थ्य सुधारना है। इसके बाद ही वे आगे की राजनीतिक रणनीति तय करेंगे।
अखिलेश यादव के आगमन पर जताया आभार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के रामपुर आने की खबरों पर आजम खां ने विनम्रता और आभार व्यक्त किया।
आजम खां ने कहा, “अखबार के माध्यम से जानकारी मिली है। इस गरीब का (खुद का) गली में घर है, जहां बरसात में दो-ढाई फीट पानी भर जाता है। ऐसे में हमारे घर कोई भी बड़ा आदमी आएगा तो यह हमारे लिए इज्जतअफजाई होगी।”
हालांकि, उन्होंने हालिया ‘आइ लव मोहम्मद’ प्रकरण पर बोलने से साफ तौर पर इनकार कर दिया। आजम खां की रिहाई और उसके बाद उनके स्वास्थ्य और बयानों ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल मचा दी है। उनका अगला कदम क्या होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

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