
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को इचलकरंजी के यशोलक्ष्मी मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। ओवैसी ने अपने भाषण में भाजपा और आरएसएस पर तीखे हमले किए, पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए और मुस्लिम समुदाय को एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, “अल्लाह सबसे बड़ी ताकत है, किसी से डरने की जरूरत नहीं।”
सभा का आयोजन एआईएमआईएम द्वारा किया गया था, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील, समीर बिल्डर, सिराज नदाफ, फारूक शाब्दी और सैफ पठान सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे। कोल्हापुर जिला अध्यक्ष इमरान सनदी ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इचलकरंजी और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इस सभा में शामिल हुए।
विरोध के बावजूद डटकर मुकाबला
प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने अपने संबोधन में बताया कि कोल्हापुर और इचलकरंजी में उनकी सभाओं का विरोध करने की कोशिश की गई, लेकिन एआईएमआईएम इन विरोधों का डटकर मुकाबला करेगी। उन्होंने हाल ही में उत्तर प्रदेश में “आई लव मोहम्मद” बैनर को लेकर हुए विवाद का जिक्र किया और कहा कि पैगंबर मोहम्मद का स्थान उनके दिलों में है, जिसे कोई भी ताकत मिटा नहीं सकती।
ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय को पैगंबर मोहम्मद से सच्चा प्रेम दिखाने का संदेश देते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें पाँच वक्त की नमाज पढ़नी चाहिए, रोजा रखना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण, किसी भी महिला पर हाथ नहीं उठाना चाहिए।
भाजपा और क्रिकेट पर निशाना
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीति से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने पहलगाम में 26 भारतीय नागरिकों की मौत का जिक्र करते हुए भाजपा और आरएसएस पर सीधा निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।” ओवैसी ने पूछा कि अगर यह सच है, तो फिर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच क्यों आयोजित कराया गया?
उन्होंने हिंदुत्ववादी संगठनों पर हमला बोलते हुए एक चुनौतीपूर्ण बयान दिया: “मैं धर्म के लिए मरने को तैयार हूँ, क्या तुम तैयार हो?”
प्रशासन और वक्फ कानून पर सवाल
ओवैसी ने पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि उन्हें, जो चार बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं, नोटिस थमाया गया, जबकि अन्य नेताओं को ऐसी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने इसे प्रशासन की कमजोरी बताया।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि फतेहपुर में दरगाह पर हमले के दौरान मुख्यमंत्री चुप थे, लेकिन बरेली में “आई लव मोहम्मद” पोस्टर पर तुरंत कार्रवाई की गई। इसके अलावा, उन्होंने मोदी सरकार द्वारा वक्फ कानून हटाने की आलोचना की और स्पष्ट किया कि मुस्लिम समुदाय अपनी मस्जिदें नहीं छोड़ेगा।
ओवैसी ने अंत में समुदाय को आत्मविश्वास और निडरता का संदेश देते हुए अपनी बात समाप्त की: “अल्लाह सबसे बड़ी ताकत है, किसी से डरने की जरूरत नहीं है।” यह जनसभा एआईएमआईएम की महाराष्ट्र में अपनी पैठ मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



