
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा संभावित ऐलान से पहले ही राज्य की सियासत गरमा गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं, जहां सत्ता पक्ष खुद को पूरी तरह तैयार बता रहा है, वहीं विपक्षी महागठबंधन ने बड़ी जीत का दावा किया है।
एनडीए सहयोगी ने जताया विश्वास: “हम पूरी तरह तैयार”
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने चुनाव की घोषणा का बेसब्री से इंतजार करने की बात कही है। एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के प्रमुख सहयोगी मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “चुनाव की तारीखों की घोषणा होने दीजिए। हम इसका इंतजार कर रहे हैं।” उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि “बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।” मांझी का यह बयान दर्शाता है कि सत्ताधारी गठबंधन चुनाव आयोग के फैसले को लेकर उत्साहित है और जल्द ही चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है।
महागठबंधन ने किया स्वागत, जताई ‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव’ की उम्मीद
दूसरी ओर, विपक्षी महागठबंधन ने चुनाव कार्यक्रम की संभावित घोषणा का तहे दिल से स्वागत किया है। कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने चुनाव आयोग के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि बिहार में आगामी चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे।
उन्होंने जोर दिया कि यह सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वंचित और हाशिए पर रहने वाले लोग बिना किसी बाधा के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस बात की भी जानकारी दी कि हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने पटना का दौरा किया था, जहां उन्होंने कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी और सभी दलों ने अपनी बात रखी है।
“बिहार की जनता बदलाव चाहती है”: महागठबंधन का दावा
कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस बार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की निर्णायक जीत का बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि “इस बार हम बड़े अंतर से सरकार बनाने जा रहे हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हार का दावा करते हुए कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है।

सिंह ने दावा किया कि महागठबंधन के कार्यक्रमों और रैलियों में भारी भीड़ उमड़ रही है और माताएं-बहनें स्पष्ट रूप से महागठबंधन के नेतृत्व में सरकार बनने के पक्ष में हैं। यह बयान सीधे तौर पर सत्ता विरोधी लहर (Anti-incumbency) और जनता के रुझान को अपने पक्ष में होने का संकेत देता है।
सीट बंटवारे पर कोई विवाद नहीं: कांग्रेस
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए अखिलेश प्रसाद सिंह ने किसी भी विवाद से इनकार किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “कोई दिक्कत नहीं है।” उन्होंने बताया कि सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को भी एक बैठक बुलाई गई है।
सिंह ने विश्वास जताया कि “जल्द ही सीट शेयरिंग को लेकर सुखद खबर निकलकर सामने आएगी।” उन्होंने कहा, “मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम लोग सरकार बनाने जा रहे हैं।” अपनी बात खत्म करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन के शपथ ग्रहण समारोह में सभी को आमंत्रित किया जाएगा, जो उनकी जीत के प्रति उनकी दृढ़ता को दर्शाता है।
चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के बाद बिहार में सियासी सरगर्मियां और तेज होने की उम्मीद है। सभी दल अब अपनी चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि आगामी चुनाव में किस गठबंधन को बहुमत मिलेगा और जनता का फैसला क्या होगा।

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