
बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी अपने चरम पर है। पहले चरण के मतदान से ठीक पहले, आईएएनएस-मैटराइज सर्वे ने बिहार की राजनीतिक फिजा को लेकर एक बड़ा अनुमान जारी किया है। यह सर्वे बताता है कि राज्य में एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बन सकती है, जिसे स्पष्ट और बंपर बहुमत मिलने का अनुमान है, जबकि विपक्षी महागठबंधन (इंडी गठबंधन) को बड़ा झटका लग सकता है।

सर्वे का आधार और डेटा
यह विस्तृत सर्वेक्षण 10 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच किया गया है। इसमें बिहार की 243 सीटों के लिए राज्य के 73,287 लोगों के राजनीतिक मिजाज को जानने की कोशिश की गई है। इस नमूने में 38,109 पुरुष, 19,787 महिलाएं और 15,390 युवाओं को शामिल किया गया। एजेंसी का दावा है कि उनके सर्वे में त्रुटि (मार्जिन ऑफ एरर) +/- 3 प्रतिशत तक हो सकती है। यह वैज्ञानिक आधार पर किए गए सबसे बड़े सर्वे में से एक है।
सीटों का अनुमान: NDA सबसे आगे
आईएएनएस-मैटराइज सर्वे के मुताबिक, बिहार चुनाव में एनडीए को कुल 153 से 164 सीटें मिलने का अनुमान है, जो बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है। वहीं, इंडी गठबंधन को 76 से 87 सीटों पर सिमटता हुआ दिखाया गया है।
गठबंधन के अंदर सीटों का बंटवारा देखें तो, भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सबसे ज्यादा 83 से 87 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। यह आंकड़ा भाजपा को गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बना रहा है। वहीं, जेडीयू (JDU) को 61 से 65 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए के अन्य सहयोगियों में:
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को 4-5 सीट
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 4-5 सीट
उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को 1-2 सीट

महागठबंधन की स्थिति: राजद को नुकसान
विपक्षी महागठबंधन की बात करें तो, सर्वे में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को सबसे ज्यादा 62 से 66 सीटें मिलने का अनुमान है। यह आंकड़ा भाजपा से कम है, जो महागठबंधन के लिए एक चिंता का विषय हो सकता है। इंडी गठबंधन के अन्य दलों का प्रदर्शन इस प्रकार है:
कांग्रेस को 7-9 सीटें
सीपीएम (एमएल) को 6-8 सीटें
सीपीआई और सीपीएम (मार्क्सवादी) को 0-1 सीट
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को 1-2 सीटें
वोट शेयर का गणित: एनडीए का दबदबा
सर्वे के अनुसार, वोट शेयर प्रतिशत की बात करें तो एनडीए को कुल 49 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है, जबकि इंडी गठबंधन को 38 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना जताई गई है। यह 11 प्रतिशत का बड़ा अंतर एनडीए की बंपर बहुमत की ओर इशारा करता है।
गठबंधन के भीतर वोट शेयर इस प्रकार हैं:
भारतीय जनता पार्टी (BJP): 21 प्रतिशत (गठबंधन में सबसे ज्यादा)
जेडीयू (JDU): 18 प्रतिशत
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास): 6 प्रतिशत
आरएलएम और हम: 2-2 प्रतिशत
इंडी गठबंधन में:
राष्ट्रीय जनता दल (RJD): 22 प्रतिशत
कांग्रेस: 8 प्रतिशत
सीपीएम (एमएल): 5 प्रतिशत
अन्य वामदल और वीआईपी: 1-1 प्रतिशत
अन्य दलों का प्रदर्शन
सर्वे में अन्य दलों पर नजर डालें तो, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 1-2 सीट और प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी को 1-3 सीट मिलने का अनुमान है। जनसुराज को 4 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जो बिहार की राजनीति में एक नए खिलाड़ी के रूप में उनकी संभावित एंट्री को दर्शाता है।

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