
बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच, पहले चरण का मतदान गुरुवार को होने जा रहा है। इस चरण को राज्य की राजनीति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह न केवल चुनावी माहौल की दिशा तय करेगा, बल्कि कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के भविष्य को भी तय करेगा। इस चरण में प्रदेश के 121 सीटों के लिए 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिससे 1314 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला मतपेटिका में बंद हो जाएगा।

दांव पर दिग्गजों की किस्मत
पहले चरण के मतदान में कई ऐसे दिग्गज नेता शामिल हैं, जिनकी जीत या हार राज्य की सत्ता के समीकरणों को सीधे तौर पर प्रभावित करेगी:–
1-उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी: भाजपा के प्रमुख ओबीसी चेहरे और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की किस्मत का फैसला गुरुवार को होगा।
2-उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा: दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा भी चुनावी समर में ताल ठोक रहे हैं, जिन पर भाजपा को मजबूत करने का दारोमदार है।
3-तेजस्वी यादव: महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी यादव की किस्मत भी इसी चरण में दांव पर है। उनका प्रदर्शन महागठबंधन के भविष्य के लिए निर्णायक साबित होगा।
सरकार के 14 अन्य मंत्री: इन तीन बड़े चेहरों के अलावा, इस चरण में राज्य सरकार के 14 मंत्री भी उम्मीदवार हैं, जिनके लिए यह चुनाव व्यक्तिगत और पार्टी दोनों स्तर पर चुनौती भरा है।
एनडीए और महागठबंधन का संख्याबल
पहले चरण में मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए (NDA) और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है।
एनडीए के उम्मीदवार: एनडीए की ओर से इस चरण में कुल 121 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इनमें भाजपा के 48, जदयू के 57, लोजपा (रामविलास) के 14 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 2 प्रत्याशी शामिल हैं।
महागठबंधन के उम्मीदवार: महागठबंधन के 126 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें राजद के 73, कांग्रेस के 24, भाकपा माले के 14, वीआईपी के 5, माकपा के 3 और भाकपा के 5 उम्मीदवार शामिल हैं।
यह आंकड़ों का विभाजन दोनों गठबंधनों के बीच कड़े मुकाबले और सीट बंटवारे की जटिलता को दर्शाता है।

चर्चित चेहरे और पार्टी अध्यक्ष
इस चरण में कई चर्चित चेहरों और पार्टी अध्यक्षों का राजनीतिक भविष्य भी तय होगा, जिन्होंने इस चुनाव को और रोचक बना दिया है:
लोकप्रिय चेहरे: लोकगायिका मैथिली ठाकुर और अभिनेता शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव जैसे चर्चित चेहरे अपनी लोकप्रियता को वोटों में बदलने की कोशिश करेंगे।
अन्य दिग्गज: सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब और पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा भी इस चुनाव में प्रमुखता से शामिल हैं। पूर्व सीएम दारोगा राय की पोती करिश्मा राय भी मैदान में हैं।
पार्टी अध्यक्ष: जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा महनार से, रालोमो के अध्यक्ष मदन चौधरी पारू से और इंडियन इंकलाब पार्टी (आईआईपी) के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता सहरसा से चुनावी मैदान में हैं।
किन जिलों में होगा मतदान
पहले चरण का मतदान बिहार के 17 महत्वपूर्ण जिलों में होना है। इनमें मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना और भोजपुर जैसे जिले शामिल हैं। इन जिलों के नतीजे आगामी चरणों के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत देंगे।
तीसरे मोर्चे की चुनौती
हालांकि मुख्य मुकाबला NDA और महागठबंधन के बीच है, लेकिन कई क्षेत्रों में जन सुराज और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रत्याशी भी पूरा जोर लगा रहे हैं। उनका प्रदर्शन दोनों बड़े गठबंधनों के वोट बैंक में सेंध लगा सकता है, जिससे कई सीटों पर जीत का मार्जिन कम हो सकता है।
यह चुनाव केवल सीटों का नहीं, बल्कि राज्य के अगले राजनीतिक दशक की दिशा तय करने वाला है। सभी की निगाहें गुरुवार को होने वाले मतदान पर टिकी हैं।

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