
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायरब्रांड सांसद और अभिनेता रवि किशन ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जन शक्ति जनता दल के मुखिया तेज प्रताप यादव की खुलकर तारीफ कर बिहार की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। रवि किशन ने तेज प्रताप यादव को एक ‘बहुत ही अच्छा इंसान’ बताते हुए कहा है कि वह जो कुछ भी कहते हैं, वह उनके दिल से निकलता है, जिससे उन्हें अपने पाले में लाने के संकेत मिल रहे हैं। यह तारीफ ऐसे समय में आई है जब बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और राजद में तेज प्रताप यादव के राजनीतिक भविष्य को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं।

‘निसंदेह जितनी तारीफ करें, उतनी कम है’
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा सांसद रवि किशन ने तेज प्रताप यादव के व्यक्तित्व की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “तेज प्रताप यादव बहुत ही अच्छे इंसान हैं। वह कोई भी बात अपने दिल से कहते हैं। निसंदेह उनकी जितनी तारीफ करें, उनती कम है।” रवि किशन ने उनकी बातों को उनके हृदय की अभिव्यक्ति बताते हुए कहा कि “जब वह कुछ बोलते हैं, तो वह खुद नहीं बोलते हैं। उनका हृदय उन्हें ऐसा बोलने के लिए प्रेरित करता है।”
भाजपा सांसद ने तेज प्रताप की धार्मिक आस्था पर भी टिप्पणी की और उन्हें ‘भगवान भोलेनाथ का भक्त’ बताया। उन्होंने कहा, “निसंदेह तेज प्रताप यादव भगवान भोलेनाथ के भक्त हैं। हमेशा भक्ति की ही बातें करते हैं।” यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है क्योंकि तेज प्रताप यादव अक्सर अपनी धार्मिक गतिविधियों और भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा को सार्वजनिक रूप से दर्शाते रहे हैं।
शिवभक्ति के बहाने गठबंधन का संकेत?
रवि किशन ने तेज प्रताप की शिवभक्ति को भाजपा की विचारधारा से जोड़ते हुए बड़ा राजनीतिक संकेत दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा में भी कई शिवभक्त हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिवभक्त हैं। इस धार्मिक जुड़ाव के माध्यम से उन्होंने पार्टी के मुख्य उद्देश्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भाजपा का मुख्य उद्देश्य ही जनता की सेवा करना है और जनता की सेवा करने में हम किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते।”
इसके बाद उन्होंने सीधे तौर पर तेज प्रताप यादव को गठबंधन का न्योता देने की ओर इशारा किया। भाजपा सांसद ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी राष्ट्रहित के साथ कोई समझौता नहीं कर सकती और जनता की सेवा के लिए वह किसी का भी स्वागत करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में अगर हमारे साथ जनता की सेवा करने के लिए कोई आना चाहता है, तो हम उसका निश्चित तौर पर स्वागत करेंगे। हमें उसे अपने साथ लाने में कोई आपत्ति नहीं होगी, क्योंकि हम लोग राष्ट्र प्रेमी हैं और राष्ट्र हित के साथ हम किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते हैं।”
तेज प्रताप यादव की ओर संकेत करते हुए रवि किशन ने कहा कि हमारा लक्ष्य देश की सेवा करना है और, “रही बात उनकी, तो उनके अंदर भी हमें वही लक्षण देखने को मिल रहे हैं, जिसके हम कायल हैं।” यह बयान स्पष्ट रूप से तेज प्रताप के राजनीतिक विचारों और कार्यशैली को भाजपा के राष्ट्रसेवा के एजेंडे के अनुरूप बताने की कोशिश थी।
बिहार की जनता अब सब जानती है: रवि किशन
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर रवि किशन ने सीधे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने सूबे की जनता की समझदारी पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा, “मैं इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, लेकिन इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि आज की तारीख में सूबे की जनता सब कुछ जानती है। ऐसी स्थिति में मैं समझता हूं कि हम जनता को बेवकूफ नहीं बना सकते हैं।”
रवि किशन ने मतदाताओं की निर्णायक क्षमता पर जोर देते हुए कहा कि जनता वह होती है जो “आंख के अंदर झांककर आपकी आत्मा को पढ़ लेती है।” उन्होंने नेताओं को आगाह करते हुए कहा कि इससे बचा नहीं जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब बिहार पहले जैसा नहीं रहा और अब “बिहार बदल चुका है।”
भाजपा सांसद की यह तारीफ एक ऐसे नेता के लिए आई है जो अपनी पार्टी, राजद, के नेतृत्व और नीतियों से कई बार सार्वजनिक रूप से असहमति जता चुके हैं। तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी, जन शक्ति जनता दल, बनाई है और उनका अपनी पार्टी में ही एक अलग राजनीतिक ट्रैक रहा है। ऐसे में, रवि किशन का यह खुला निमंत्रण भविष्य में बिहार की राजनीतिक समीकरणों में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा लालू के बड़े बेटे की इस तारीफ का क्या राजनीतिक निहितार्थ निकलता है और क्या तेज प्रताप यादव भाजपा के पाले में जाने का कोई संकेत देंगे।

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