
जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि मलिक को केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि उन्होंने अपने क्षेत्र के लिए एक अस्पताल की मांग की थी। ‘आप’ ने इस कार्रवाई को “जनता की आवाज को दबाने की साजिश” बताते हुए सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है।
‘आप’ के आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से जारी एक बयान में कहा गया, “जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक अपने इलाके में एक अस्पताल की मांग कर रहे हैं, लेकिन जनता के हक की इस आवाज को दबाने के लिए केंद्र की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। यह सरासर तानाशाही और जनता की आवाज को दबाने वाली कार्रवाई है।”
इस गिरफ्तारी पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “क्या अपने क्षेत्र की जनता के लिए अस्पताल मांगना इतना बड़ा गुनाह है कि उसके लिए एक चुने हुए एमएलए को जेल में डाल दिया जाए? मेहराज मलिक आम आदमी पार्टी के शेर हैं। वो हमेशा जनता की आवाज बनकर हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। जेल, धमकियां और साजिशें, ये सब ‘आप’ के किसी भी सिपाही को कभी नहीं डरा सकतीं।”
पार्टी के नेताओं और समर्थकों ने इस गिरफ्तारी का कड़ा विरोध जताया है और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। सोशल मीडिया पर भी ‘फ्रीमेहराजमलिक’ हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। ‘आप’ ने कहा है कि वह मेहराज मलिक की रिहाई तक अपना संघर्ष जारी रखेगी।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में सार्वजनिक व्यवस्था को कथित रूप से बिगाड़ने के आरोप में सोमवार को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मेहराज मलिक को गिरफ्तार किया गया था। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब ‘आप’ जम्मू-कश्मीर में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, और मलिक वहां पार्टी के इकलौते विधायक हैं। यह घटना केंद्र और ‘आप’ के बीच चल रहे राजनीतिक टकराव को और भी बढ़ा सकती है।

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