
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 कांसेप्ट फोटो
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का चुनावी सफ़र आज अपने अंतिम पड़ाव पर पहुँच रहा है। मंगलवार को चुनाव के दूसरे और निर्णायक चरण में प्रदेश के 20 जिलों के 122 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। यह चरण न केवल हफ़्तों से चल रहे सघन चुनाव प्रचार का समापन करेगा, बल्कि अगली राज्य सरकार के गठन में निर्णायक भूमिका भी निभाएगा। दोनों प्रमुख गठबंधन, सत्ता पक्ष और विपक्ष, इस चरण में अधिकतम सीटें जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक चुके हैं।

चुनावी मैदान में 1,302 उम्मीदवार और 3.7 करोड़ मतदाता
इस महत्वपूर्ण चरण में कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें 136 महिला उम्मीदवार और एक तृतीय लिंग उम्मीदवार भी शामिल हैं। इन सभी उम्मीदवारों का भविष्य लगभग 3.7 करोड़ मतदाता तय करेंगे। मतदाताओं में 1.95 करोड़ पुरुष और 1.74 करोड़ महिलाएं शामिल हैं, जो अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करेंगे। यह चरण मध्य, पश्चिमी और उत्तरी बिहार के कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों को कवर करता है, जहां जातीय और राजनीतिक समीकरण काफी जटिल हैं।
रिकॉर्ड 45,399 मतदान केंद्र: शांतिपूर्ण चुनाव की तैयारी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) विनोद सिंह गुंजियाल के अनुसार, चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण, पारदर्शी और सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है। इस चरण में 45,399 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो राज्य में किसी भी चुनाव चरण के लिए स्थापित किए गए अब तक के सबसे अधिक मतदान केंद्र हैं। यह संख्या मतदाताओं की सुविधा और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए बढ़ाई गई है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था: सीमाएं सील, अर्धसैनिक बल तैनात
सुरक्षा के मोर्चे पर चुनाव आयोग ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था काफ़ी कड़ी कर दी गई है। इन इलाकों में शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या सीमा पार आवाजाही को रोकने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर कई बिंदुओं को सील कर दिया गया है, ताकि चुनाव प्रक्रिया को किसी भी तरह से बाधित न किया जा सके। ये कड़े इंतज़ाम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की आयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
पहला चरण रहा रिकॉर्ड ब्रेकिंग: 64.66 प्रतिशत मतदान
अंतिम चरण के मतदान से पहले, पहले चरण के रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ों ने सभी को उत्साहित किया है। सीईओ विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर, 2025 को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ था। इस चरण में रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य के चुनावी इतिहास में अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है।
पहले चरण का मतदान विस्तार:
कुल सीटें: 18 जिलों की 121 विधानसभा क्षेत्र
कुल मतदाता: 3,75,13,302
पुरुष मतदाता: 1,98,35,325
महिला मतदाता: 1,76,77,219
तृतीय लिंग मतदाता: 758
पहले चरण की इस उच्च भागीदारी को देखते हुए, चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों को उम्मीद है कि दूसरे चरण में भी मतदाता उत्साह के साथ वोटिंग करेंगे।
सत्ता का संतुलन तय करेगा यह अंतिम जनादेश
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में अब सत्ता का संतुलन तय होने की उम्मीद है। अंतिम चरण के नतीजों से यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या सत्तारूढ़ गठबंधन या विपक्षी गठबंधन स्पष्ट बहुमत हासिल करने में सफल होता है, या फिर त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनती है। दोनों ही गठबंधनों ने बहुमत के लिए आवश्यक जादुई आंकड़े को छूने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 14 नवंबर को होगी, जब उम्मीदवारों और पार्टियों के भाग्य का फैसला होगा। इस अंतिम चरण का मतदान बिहार की राजनीतिक दिशा को तय करने में सबसे अहम साबित होगा।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



