
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए गुरुवार की सुबह सात बजे से 121 सीटों पर मतदान का कार्य शुरू हो गया है। लोकतंत्र के इस पर्व को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। यह चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें 3.75 करोड़ से ज्यादा मतदाता, 1314 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे, जिनमें एनडीए और महागठबंधन के कई दिग्गज शामिल हैं।

चुनावी दिग्गजों का सियासी भविष्य दांव पर (Political Future of Election Veterans at Stake)
पहले चरण की 121 विधानसभा सीटों पर कई पार्टियों के अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं का भविष्य दांव पर लगा है। यह चरण गठबंधन की ताकत और रणनीति की भी परीक्षा लेगा।
एनडीए (NDA): इस चरण में एनडीए के कुल 121 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 48, जनता दल यूनाइटेड (JDU) के 57, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 14 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 2 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
महागठबंधन (Mahagathbandhan): महागठबंधन की तरफ से कुल 126 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के 73, कांग्रेस (Congress) के 24, भाकपा माले के 14, वीआईपी के 5, माकपा के 3 और भाकपा के 5, इंडियन इंकलाब पार्टी के 3 उम्मीदवार चुनाव में ताल ठोक रहे हैं।

यह कांटे की टक्कर यह दर्शाती है कि हर सीट पर मुकाबला कड़ा है और मतदाताओं को अपने जनप्रतिनिधि चुनने के लिए गहन विचार-विमर्श करना होगा।
8.5 लाख से अधिक चुनाव अधिकारियों की तैनाती (Deployment of Over 8.5 Lakh Election Officials)
मतदान प्रक्रिया को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए चुनाव आयोग ने विस्तृत योजना तैयार की है। बिहार चुनाव में लगभग 8.5 लाख चुनाव अधिकारियों को तैनात किया गया है। यह विशाल दल चुनाव प्रक्रिया के हर पहलू को नियंत्रित करने के लिए समर्पित है।
इस महत्वपूर्ण मशीनरी में शामिल हैं:—
–लगभग 4.53 लाख मतदान कर्मी
–2.5 लाख पुलिस अधिकारी (कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु)
–17,875 माइक्रो ऑब्जर्वर और 9,625 सेक्टर अधिकारी (निगरानी और समन्वय के लिए)
–90,712 आंगनवाड़ी सेविकाएं और 90,712 बीएलओ (BLO)
–243 ईआरओ (ERO) सहित पूरी चुनाव मशीनरी।
मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएँ (Special Facilities for Voters)
मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव मशीनरी सक्रिय रूप से उपलब्ध है। चुनाव अधिकारी मतदाताओं के लिए फोन कॉल पर और ईसीआईनेट ऐप पर ‘बुक-ए-कॉल टू बीएलओ’ सुविधा के माध्यम से उपलब्ध हैं। यह पहल सुनिश्चित करती है कि मतदाताओं को किसी भी प्रकार की सहायता या जानकारी आसानी से मिल सके।

पहले चरण के प्रमुख मतदान जिले (Key Polling Districts in the First Phase)
मतदान शुरू होने से पहले ही, कई मतदान केंद्रों पर मतदाता पहुंच गए हैं, जो लोकतंत्र के प्रति उनकी आस्था को दर्शाता है। इस चरण में जिन जिलों में मतदान हो रहा है, वे बिहार के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करते हैं:
मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना और भोजपुर।
इन सभी जिलों के मतदान केंद्रों पर सशस्त्र पुलिस बलों को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और मतदाता बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। सुरक्षा के कड़े प्रबंधों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण रहे।

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