
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार सुबह 7 बजे राज्य के 18 जिलों में मतदान शुरू हो गया है। यह चरण 121 विधानसभा क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां 1314 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह चुनाव बिहार के राजनीतिक भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसमें मतदाता अपनी लोकतांत्रिक शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं।

मतदाताओं की संख्या और उम्मीदवार
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस चरण में कुल 3,75,13,302 मतदाता शामिल हैं। इनमें 1,98,35,325 पुरुष, 1,76,77,219 महिलाएं और 758 तृतीय लिंग मतदाता हैं। ये मतदाता 1314 उम्मीदवारों (1192 पुरुष और 122 महिला) के भाग्य का फैसला करेंगे। यह बड़ी संख्या बिहार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों की गहरी भागीदारी को दर्शाती है।
मतदान केंद्रों पर विशेष पहल
मतदान प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए, कुल 45,341 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से 36,733 ग्रामीण क्षेत्रों में और 8,608 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं।
1-आदर्श मतदान केंद्र: चुनाव आयोग ने 320 आदर्श मतदान केंद्र घोषित किए हैं, जो मतदाताओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने पर केंद्रित हैं।
2-महिला और दिव्यांग-प्रबंधित केंद्र: समावेशी मतदान सुनिश्चित करने के लिए, 926 मतदान केंद्र महिलाओं द्वारा प्रबंधित किए जा रहे हैं और 107 दिव्यांग-प्रबंधित हैं।
3-वेबकास्टिंग की सुविधा: सभी 45,341 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध है, जिससे चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।

मतदान का समय (Voting Time)
सामान्य मतदान केंद्रों पर मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। हालांकि, सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम 5 बजे समाप्त हो जाएगा। मतदान शुरू होने से पहले, बूथ-स्तरीय एजेंटों की उपस्थिति में सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच एक मॉक पोल सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, ताकि ईवीएम (EVM) की कार्यप्रणाली की जाँच की जा सके।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम (Robust Security Arrangements)
पहले चरण के मतदान के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सभी 18 जिलों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष गश्ती दल तैनात किए गए हैं। राज्य भर में 15 से अधिक बटालियन सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, जो निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

पटना जिले में प्रशासन की तैयारी
पटना जिला प्रशासन ने कहा है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी या अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए हर मतदान केंद्र पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। अकेले पटना में 5,677 मतदान केंद्र हैं, जिनमें महिलाओं, दिव्यांगजनों और युवाओं के लिए विशेष बूथ शामिल हैं।
अन्य प्रमुख जिलों में पुलिस अलर्ट
खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, भोजपुर, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय और बक्सर जैसे जिलों में भी मतदान जारी है। मुजफ्फरपुर में, लगभग 32.98 लाख मतदाता 11 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाल रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव का यह पहला चरण महत्वपूर्ण है, और इसका समापन अगले चरणों के लिए आधार तैयार करेगा। दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया 11 नवंबर को होनी है, जिसके बाद सभी सीटों के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इन चुनावों के नतीजे बिहार की आगामी सरकार की दिशा और दशा तय करेंगे।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



