
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नव-निर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की और उन्हें शानदार जीत के लिए बधाई दी। इस मुलाकात के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे, जिसने इस जीत के महत्व को और बढ़ा दिया। यह मुलाकात देश के सर्वोच्च संवैधानिक पदों में से एक के लिए नए नेतृत्व के स्वागत का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने की राधाकृष्णन के सामाजिक कार्यों की सराहना
पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से सी.पी. राधाकृष्णन के जीवन और कार्यों की सराहना की। उन्होंने लिखा, “थिरु सी.पी. राधाकृष्णन को 2025 के उपराष्ट्रपति चुनाव में विजयी होने पर बधाई। उनका जीवन हमेशा समाज सेवा और गरीबों व वंचितों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित रहा है।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि उन्हें विश्वास है कि राधाकृष्णन एक उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति साबित होंगे। उन्होंने कहा कि उनका कार्यकाल देश के संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करेगा और संसदीय संवाद को आगे बढ़ाएगा। यह टिप्पणी दर्शाती है कि पीएम मोदी को राधाकृष्णन की क्षमता और अनुभव पर पूरा भरोसा है, जो उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए एक सही उम्मीदवार बनाता है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दी बधाई
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी नव-निर्वाचित उपराष्ट्रपति से मुलाकात की और उनकी जीत पर खुशी जाहिर की। उन्होंने भी एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। राजनाथ सिंह ने लिखा, “अपने विशिष्ट सार्वजनिक जीवन में, उन्होंने विनम्रता, सत्यनिष्ठा और सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का परिचय दिया है।”
उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन का विशाल अनुभव, संवैधानिक और विधायी मामलों का गहरा ज्ञान और जनता के साथ उनका अटूट जुड़ाव, उनकी नई भूमिका को और समृद्ध करेगा। राजनाथ सिंह ने विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में राज्यसभा नई ऊंचाइयों को छुएगी और भारत की संसदीय परंपराएं और भी मजबूत होंगी। उन्होंने राधाकृष्णन के सफल और प्रभावशाली कार्यकाल की कामना भी की।

उपराष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत
उपराष्ट्रपति चुनाव में सी.पी. राधाकृष्णन की जीत बेहद शानदार रही। एनडीए समर्थित उम्मीदवार के रूप में, उन्हें कुल 452 वोट मिले। यह जीत उन्हें देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए योग्य बनाती है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 788 वोटर्स थे, जिनमें से 7 पद खाली होने के कारण प्रभावी वोटर संख्या 781 थी। मंगलवार को हुए मतदान में कुल 768 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि 13 सदस्य अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वालों में बीआरएस के 4, बीजद के 7, शिरोमणि अकाली दल के 1 और एक निर्दलीय सांसद शामिल थे। यह परिणाम राधाकृष्णन के समर्थन में व्यापक सहमति को दर्शाता है।
सी.पी. राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति बनना भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एक नया अध्याय है। उनका लंबा सार्वजनिक जीवन, सामाजिक सेवा और राजनीतिक अनुभव इस पद के लिए उन्हें एक आदर्श उम्मीदवार बनाता है। उनकी जीत न केवल एनडीए के लिए एक सफलता है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारत के लोकतंत्र में सेवा और अनुभव का सम्मान किया जाता है। उम्मीद है कि उनका कार्यकाल देश के संसदीय संस्थानों को और मजबूत करेगा और लोगों की सेवा में एक नया मानक स्थापित करेगा।

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