
दिल्ली सरकार ने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को ऐतिहासिक और प्रेरणादायक बनाने के लिए ‘सरदार @150’ नामक एक व्यापक अभियान की घोषणा की है। यह पहल केवल एक स्मरण नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, स्वच्छता, नशामुक्त जीवन और आत्मनिर्भर भारत जैसे मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास है। अक्टूबर और नवंबर तक चलने वाले इस अभियान में दिल्ली के विभिन्न जिलों, संस्थानों और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
जल यात्रा: एकता का प्रतीकात्मक संदेश
इस अभियान की सबसे अनूठी पहल है दिल्ली के 150 छात्रों द्वारा देश की 25 प्रमुख नदियों तक जल यात्रा। यमुना नदी से जल लेकर ये छात्र झेलम से लेकर मूसी नदी तक जाएंगे और वहां से पवित्र जल एकत्र कर दिल्ली लौटेंगे। यह जल सरदार पटेल की प्रतिमा पर अभिषेक के लिए उपयोग किया जाएगा। इस प्रतीकात्मक यात्रा का उद्देश्य भारत की भौगोलिक विविधता को एकता के सूत्र में पिरोना है।
31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं इस जल से प्रतिमा का जलाभिषेक करेंगी। इसी दिन पटेल चौक से नेशनल वॉर मेमोरियल तक एक राज्य स्तरीय एकता पदयात्रा निकाली जाएगी, जिसमें एनएसएस, एनसीसी, एमवाई भारत के स्वयंसेवक, शिक्षक, छात्र और आम नागरिक शामिल होंगे।
पदयात्राएं और सांस्कृतिक आयोजन
1 से 25 नवंबर तक दिल्ली के 10 जिलों में 150 किलोमीटर लंबी पदयात्राएं आयोजित की जाएंगी। इन यात्राओं का नेतृत्व सांसद, मंत्री, विधायक और समाज के प्रमुख लोग करेंगे। यह पहल न केवल सरदार पटेल के योगदान को याद करने का माध्यम है, बल्कि समाज में सक्रिय भागीदारी और जनजागरण का भी प्रयास है।
1 नवंबर को दिल्ली सहित नौ राज्यों के स्थापना दिवस पर लाल किले में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत-आत्मनिर्भर भारत’ विषय पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रोजेक्शन मैपिंग शो आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता को रेखांकित करेगा।
युवा भागीदारी और प्रेरणा
दिल्ली के 15 जिलों में ‘माई भारत’ संस्था के सहयोग से पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। हर जिले से चुने गए 10 बच्चों को गुजरात स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की यात्रा कराई जाएगी। यह पहल युवाओं को सरदार पटेल के विचारों से जोड़ने और उन्हें राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देने का माध्यम बनेगी।

सरदार पटेल की विरासत को जन-जन तक पहुंचाने की पहल
‘सरदार @150’ अभियान दिल्ली सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जो सरदार पटेल की विरासत को आधुनिक भारत के संदर्भ में पुनर्परिभाषित करती है। यह अभियान केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि एक सक्रिय जन आंदोलन है, जो नागरिकों को एकता, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता के मूल्यों से जोड़ता है।
सरदार पटेल ने जिस भारत की कल्पना की थी—एकजुट, सशक्त और आत्मनिर्भर—उस दिशा में यह अभियान एक सार्थक कदम है। अब यह देखना होगा कि दिल्ली सरकार की यह पहल देशभर में किस तरह की प्रेरणा और प्रभाव छोड़ती है।

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