
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र, जो पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के कारण स्थगित कर दिया गया था, शुक्रवार को दोबारा शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही के पहले ही दिन, कई राजनीतिक दलों के विधायकों ने झारखंड आंदोलन के प्रणेता ‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की मांग की।
सर्वसम्मति से प्रस्ताव की मांग
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने शोक प्रकाश के दौरान यह मांग उठाई। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन ने समाज सुधार, आदिवासियों और वंचित समाज के अधिकारों तथा अलग झारखंड राज्य के लिए संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए सदन की ओर से सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा जाना चाहिए। इस मांग का सदन में मौजूद कई सदस्यों ने मेज थपथपाकर समर्थन किया।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक सरयू राय और आजसू पार्टी के विधायक निर्मल महतो ने भी इस मांग का समर्थन किया। सरयू राय ने कहा कि दिशोम गुरु के रूप में प्रसिद्ध शिबू सोरेन का योगदान राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान का हकदार है। निर्मल महतो ने भी सदन से आग्रह किया कि इस प्रस्ताव को पारित कर केंद्र सरकार को भेजा जाए।
अन्य श्रद्धांजलि और मांगें
शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी भी शामिल थे। दोनों नेताओं ने अपने वक्तव्य में नशाबंदी, आदिवासी समाज के उत्थान और झारखंड आंदोलन में शिबू सोरेन के योगदान को याद किया।
एक अन्य महत्वपूर्ण मांग झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के विधायक जयराम महतो ने उठाई। उन्होंने पारसनाथ पहाड़ी की चोटी पर शिबू सोरेन और अन्य शीर्ष झारखंड आंदोलनकारियों की प्रतिमाएं स्थापित करने की मांग की।
सदन ने इस दौरान राज्य के दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मल्लिक, वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह और उत्तराखंड तथा जम्मू-कश्मीर में हाल ही में प्राकृतिक आपदाओं में जान गंवाने वाले लोगों को भी श्रद्धांजलि दी।

पूरक मानसून सत्र और वित्तीय कामकाज
शोक प्रकाश और श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र के पहले दिन वित्तीय मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने 4,296 करोड़ 62 लाख रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। यह बजट राज्य के विकास कार्यों और योजनाओं के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
यह पूरक मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू हुआ है और 28 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र 1 अगस्त से 7 अगस्त तक निर्धारित था, लेकिन 4 अगस्त को शिबू सोरेन के निधन के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। सदन में शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर उनके योगदान पर चर्चा शुरू कर दी है, और यह देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।

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