
बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने एक बार फिर राज्य की आपराधिक घटनाओं के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि बालू, शराब और जमीन माफिया के जरिए अपराध को बढ़ावा देने में राजद की संलिप्तता सामने आ रही है।
माफिया तत्वों की सक्रियता से बढ़ रहा अपराध
उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य में जो हाल के दिनों में हत्या, लूट और अन्य गंभीर अपराध बढ़े हैं, उनमें बालू माफिया, शराब माफिया और जमीन माफिया का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन सभी तत्वों के पीछे राजद के कार्यकर्ताओं और नेताओं का समर्थन है, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ा है।
सिन्हा ने कहा, “जब भी कोई गंभीर घटना घटती है, उसके तार कहीं न कहीं राजद से जुड़ते दिखते हैं। यह चिंता का विषय है और इसका राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश हो रही है।”
सरकार की कार्रवाई का भरोसा
हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार इन अपराधों को हल्के में नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी घटना अनदेखी न हो। उन्होंने कहा, “पुलिस की कमजोर कड़ी को ठीक किया जा रहा है और प्रत्येक माफिया गतिविधियों पर कार्रवाई की जा रही है।”

सिन्हा का दावा है कि प्रदेश में कानून का शासन कायम रहेगा और किसी पार्टी की वजह से अराजकता फैलाने की कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
राजनीति में कटाक्ष की तीव्रता
अपनी प्रतिक्रिया के क्रम में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोलते हुए उन्हें ‘ब्रेनलेस’ कहा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद चुनाव आयोग पर सवाल उठाना न केवल गलत है, बल्कि संविधान के प्रति असम्मान भी है।
सिन्हा ने कहा, “संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए। यदि कोई नेता जनता और संस्थानों को भ्रमित करता है, तो उसे माफी मांगनी चाहिए।”
विपक्ष की चुनौती और सरकार का जवाब
गौरतलब है कि बिहार में बढ़ते अपराधों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। राजद, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते रहे हैं। लेकिन उपमुख्यमंत्री का बयान स्पष्ट करता है कि सरकार इसे राजनीतिक साजिश मानती है और दावा करती है कि प्रदेश को अराजकता से दूर रखा जाएगा।
बिहार की कानून व्यवस्था पर राजनीतिक गरमाहट
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के आरोप और कटाक्ष ने बिहार की राजनीति में चुनाव से पहले एक बार फिर बहस को तेज कर दिया है। माफिया तत्वों और राजनीतिक संबंधों को लेकर उठते सवाल राज्य में आने वाले राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। आने वाले दिनों में सरकार की कार्रवाई और विपक्ष की प्रतिक्रिया इस बहस को और गहराई दे सकती है।

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