
पटना एम्स में विधायक चेतन आनंद और डॉक्टरों के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। इस मुद्दे पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि “चाहे डॉक्टर हों या विधायक, सभी को अपनी मर्यादा में रहना होगा। जो अराजकता फैलाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई निश्चित रूप से की जाएगी।”
घटना 30 जुलाई की रात करीब 12 बजे की है जब चेतन आनंद अपने समर्थकों के साथ एक मरीज से मिलने एम्स पहुंचे थे। इसी दौरान अस्पताल के गार्ड और जूनियर डॉक्टरों के साथ उनका विवाद हो गया। आरोप है कि इस दौरान कहासुनी, धक्का-मुक्की और मारपीट की नौबत आ गई। सूत्रों की मानें तो विधायक को करीब आधे घंटे तक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया था।

घटना के बाद पटना एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शुक्रवार को रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) के बैनर तले विरोध मार्च निकालते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया। डॉक्टरों का आरोप है कि चेतन आनंद के सुरक्षाकर्मियों ने न सिर्फ अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों से बदसलूकी की, बल्कि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों के साथ भी हाथापाई की।
डॉक्टरों की मांग है कि विधायक चेतन आनंद को लिखित माफी मांगनी चाहिए, दोषी सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई हो और डॉक्टरों व गार्ड पर दर्ज केस वापस लिया जाए। जब तक ये मांगें पूरी नहीं होतीं, हड़ताल जारी रहेगी। इससे एम्स की स्वास्थ्य सेवाएं गंभीर रूप से प्रभावित हो रही हैं।
फुलवारीशरीफ थाना में घटना के संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस व एम्स प्रशासन दोनों पक्षों से बयान ले रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जांच जारी है और दोषी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

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