
अपनी बिहार बदलाव यात्रा पर निकले जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को पूर्णिया के रूपौली में एक जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा तंज कसा। किशोर ने कहा, “राहुल गांधी भी आए और छह दिन में ही बिहार की सभी समस्याओं को समझकर चले गए।” उनका यह बयान कांग्रेस की ओर से बिहार में चलाए जा रहे अभियानों पर एक बड़ा सवालिया निशान लगाता है।
किशोर ने कटिहार के कांग्रेस सांसद तारिक अनवर पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि उनका कंधे पर चढ़कर बाढ़ का निरीक्षण करना कांग्रेस नेताओं की राजशाही मानसिकता को दर्शाता है।
प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि जनता ने अभी वोट भी नहीं दिया है, सिर्फ जन सुराज की सभाओं में आना शुरू किया है, और इसी से बदलाव दिखना शुरू हो गया है। किशोर ने नीतीश सरकार द्वारा हाल ही में लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने बुजुर्गों की पेंशन, आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय, रसोइया की सैलरी, और अब आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका का मानदेय बढ़ा दिया है, साथ ही बिजली भी 125 यूनिट तक मुफ्त कर दी गई है।
उन्होंने इन फैसलों को जनता का डर बताया। किशोर ने कहा, “पहले इन्हें लगता था कि लोग लालू यादव के डर से वोट दे ही देंगे। अब उन्हें दिख रहा है कि जनता को जन सुराज के तौर पर एक मजबूत विकल्प मिल गया है।”
इसके अलावा, प्रशांत किशोर ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का भी स्वागत किया, जिसमें कोर्ट ने चुनाव आयोग को एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) के लिए आधार कार्ड को एक वैध दस्तावेज मानने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला लोगों के लिए राहत भरा है, और चुनाव आयोग के पास नागरिकता तय करने का अधिकार नहीं है, इसलिए किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। किशोर ने यह भी कहा कि अगर कुछ लोगों के नाम कट भी जाते हैं, तो भी जो लोग बचेंगे, वे नीतीश कुमार और भाजपा को सबक सिखाने के लिए काफी हैं।

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