
भारत आज अपने पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि मना रहा है। 27 जुलाई को पूरे देश ने इस महान वैज्ञानिक, शिक्षक और दूरदर्शी राष्ट्रनायक को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से कलाम जी को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी बोले – कलाम साहब युवाओं के प्रेरणास्त्रोत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “हमारे प्रिय, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि। उन्हें एक प्रेरक दूरदर्शी, उत्कृष्ट वैज्ञानिक, मार्गदर्शक और एक महान देशभक्त के रूप में याद किया जाता है। राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण अनुकरणीय था। उनके विचार भारत के युवाओं को एक विकसित और सशक्त भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।”
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया प्रकाश स्तंभ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. कलाम को एक दूरदर्शी नेता बताते हुए कहा, “विज्ञान प्रयोगशाला से लेकर राजनीतिक क्षेत्र तक, उनके व्यापक योगदान ने एक नए और उन्नत भारत की नींव रखी है। वे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रकाश स्तंभ बने रहेंगे। डॉ. कलाम की सादगी और राष्ट्र के लिए उनका समर्पण सदैव प्रेरक रहेगा।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा- उनका जीवन दिव्य प्रेरणा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “भारत के पूर्व राष्ट्रपति, ‘मिसाइल मैन’, भारत रत्न, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण उनका जीवन समूचे राष्ट्र के लिए एक दिव्य प्रेरणा है। विज्ञान, शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में उनके विचार-दीप हम सभी को आलोकित करते रहेंगे।”
धामी बोले – कलाम ने युवाओं को दिखाया बड़ा सपना
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी डॉ. कलाम के योगदान को याद किया। उन्होंने लिखा, “आपने युवाओं को न केवल बड़े सपने देखना सिखाया, बल्कि उन्हें साकार करने की दिशा भी दिखाई। विज्ञान, शिक्षा और राष्ट्रनिर्माण के क्षेत्र में आपका योगदान अद्वितीय है। आपका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है जो सदैव हमें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।”
डॉ. कलाम: एक युगद्रष्टा वैज्ञानिक और लोकप्रिय राष्ट्रपति
डॉ. कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे। वह न केवल विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत के अग्रणी व्यक्तित्वों में गिने जाते हैं, बल्कि उन्होंने युवाओं के बीच एक आदर्श और प्रेरणास्त्रोत के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनका सपना था – “एक विकसित भारत”, जिसे साकार करने की दिशा में वे जीवन भर कार्य करते रहे।
27 जुलाई 2015 को हुआ था निधन
27 जुलाई 2015 को शिलॉन्ग में एक व्याख्यान के दौरान डॉ. कलाम का आकस्मिक निधन हुआ था। उनके निधन ने पूरे राष्ट्र को शोक में डुबो दिया, लेकिन उनकी शिक्षाएं और आदर्श आज भी करोड़ों भारतीयों के हृदय में जीवित हैं।

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