
बिहार में कांग्रेस और राजद की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने तत्काल संज्ञान लिया और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
यह मामला सिमरी थाना क्षेत्र के बिठौली चौक का है, जहां बीते दिनों महागठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का आयोजन किया गया था। यात्रा के दौरान मंच से एक युवक ने प्रधानमंत्री के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में भारी आक्रोश देखा गया।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
घटना की गंभीरता को देखते हुए सिमरी थाना में कांड संख्या 243/25 दर्ज की गई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुरुवार देर रात सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के भोपुरा गांव निवासी रफीक उर्फ राजा को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेगा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाएगा।
भाजपा ने साधा तीखा निशाना, राहुल-तेजस्वी से मांगी माफी
इस घटना पर भाजपा ने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला बोला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से इस घटना के लिए माफी मांगने की मांग की है।
अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “बिहार के दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कांग्रेस और राजद के मंच से जिस प्रकार अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, वह न केवल निंदनीय है, बल्कि हमारे लोकतंत्र को भी कलंकित करने वाला है।” उन्होंने आगे कहा कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी अपने उस चाल-चरित्र में वापस लौट आई है, जिसके माध्यम से उसने हमेशा देश की राजनीतिक संस्कृति में जहर घोलने का काम किया। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को यह बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है कि एक गरीब मां का बेटा बीते 11 वर्षों से प्रधानमंत्री पद पर बैठा है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस घटना को ‘घोर निंदनीय’ बताया। उन्होंने कहा, “अभद्रता की सारी सीमा लांघ चुके दो शहजादों ने बिहार की धरती पर बिहार की संस्कृति का भी तिरस्कार किया है।” नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को अविलंब इस कुकृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए।
यह घटना दिखाती है कि आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक दलों के बीच वाकयुद्ध और भी तीखा हो गया है। एक तरफ जहां महागठबंधन ‘मतदाता अधिकार’ के मुद्दे पर जनता को लामबंद करने की कोशिश कर रहा है, वहीं भाजपा इस घटना को राजनीतिक मर्यादा के पतन और विपक्षी नेताओं की हताशा के रूप में पेश कर रही है। यह मामला बिहार की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर सकता है और चुनावी बहस का एक प्रमुख हिस्सा बन सकता है।

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