
भारत और अमेरिका के संबंधों में हाल ही में आए तनाव के बाद अब दोनों देशों के बीच फिर से रिश्ते सामान्य होते दिख रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने की घोषणा की है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर एक सकारात्मक संदेश देकर दोनों देशों को ‘करीबी दोस्त और नेचुरल पार्टनर्स’ बताया है। यह घटनाक्रम यूक्रेन संघर्ष के बीच रूसी तेल खरीद को लेकर अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के बाद आया है।
ट्रंप की घोषणा: ‘भारत के साथ व्यापार वार्ता फिर से शुरू’
हाल ही में अमेरिका और भारत के बीच व्यापार संबंधों में कुछ तनाव देखने को मिला था। 27 अगस्त को राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगा दिया था, जो कि पहले के 25% टैरिफ का दोगुना था। यह कदम यूक्रेन संघर्ष के दौरान भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के जवाब में उठाया गया था।
हालांकि, अब स्थिति में बदलाव दिख रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका, दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं।” उनकी यह घोषणा दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को पटरी पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ट्रंप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना ‘बहुत अच्छा दोस्त’ भी बताया और कहा कि वह ‘आने वाले हफ्तों में’ उनसे बात करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों महान देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचना आसान होगा। यह बयान अमेरिका की तरफ से आए हाल के नरम रुख को दर्शाता है। इससे पहले, शुक्रवार को व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा था, ‘मैं हमेशा प्रधानमंत्री मोदी का दोस्त रहूंगा’ और उन्हें ‘महान प्रधानमंत्री’ भी बताया था।
पीएम मोदी का जवाब: “भारत और अमेरिका करीबी दोस्त हैं”
राष्ट्रपति ट्रंप के सकारात्मक पोस्ट के जवाब में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, “राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक आकलन की मैं तहे दिल से सराहना करता हूं और उनका पूरा समर्थन करता हूं।”
पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को ‘एक बेहद सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी’ बताया। उन्होंने यह भी कहा कि “भारत और अमेरिका करीबी दोस्त और नेचुरल पार्टनर्स हैं।”
प्रधानमंत्री ने ट्रंप के पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “मुझे भरोसा है कि हमारी व्यापार वार्ताएं भारत-अमेरिका साझेदारी की असीमित संभावनाओं का रास्ता प्रशस्त करेंगी। हमारी टीमें इन चर्चाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम कर रही हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप से बात करने के लिए उत्सुक हैं और “हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्जवल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।”
संबंधों में तनाव का इतिहास
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों में तनाव का एक इतिहास रहा है। यूक्रेन संघर्ष के बाद भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा, जिसने अमेरिका को नाराज कर दिया। इसी के चलते अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया था।
लेकिन, राष्ट्रपति ट्रंप के हाल के बयान और पीएम मोदी के जवाब से यह स्पष्ट है कि दोनों देश अपने संबंधों को सामान्य करने और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है कि दोनों देशों के नेतृत्व के बीच व्यक्तिगत केमिस्ट्री और आपसी सम्मान मौजूद है, जो किसी भी भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद संबंधों को स्थिर रखने में मदद कर सकता है।

भविष्य की राह: मजबूत साझेदारी
ट्रंप और मोदी के बीच हुई यह बातचीत दोनों देशों के बीच एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी की नींव रखती है। व्यापारिक मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत फिर से शुरू करना एक सकारात्मक कदम है, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा। यह दिखाता है कि दोनों देश अपने मतभेदों को सुलझाने और साझा हितों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए तैयार हैं। यह घटनाक्रम न केवल व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि रक्षा, प्रौद्योगिकी और वैश्विक सुरक्षा जैसे अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग को बढ़ावा देगा।

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