
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कोलंबिया की अपनी यात्रा के दौरान भारतीय दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों की सफलता पर गर्व व्यक्त किया है। उन्होंने विशेष रूप से बजाज (Bajaj), हीरो (Hero) और टीवीएस (TVS) की कोलंबियाई बाजार में शानदार प्रदर्शन के लिए सराहना की और कहा कि यह उनकी इनोवेशन (नवाचार) की शक्ति को दर्शाता है, न कि ‘क्रोनीजम’ (साठगाँठ या यार-दोस्ती) की।
भारतीय कंपनियों की सफलता: इनोवेशन बनाम क्रोनीजम
शुक्रवार को राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह बजाज कंपनी की एक बाइक के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं। इस तस्वीर को साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “बजाज, हीरो और टीवीएस को कोलंबिया में इतना अच्छा प्रदर्शन करते देख गर्व हो रहा है। यह दिखाता है कि भारतीय कंपनियाँ इनोवेशन से जीत सकती हैं, न कि क्रोनीजम से। शानदार काम, बधाई।”
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वह लगातार देश की आर्थिक नीतियों और कुछ बड़े व्यापारिक समूहों को कथित तौर पर दिए जा रहे विशेष लाभों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं। उनका यह ताजा बयान भारतीय कंपनियों की वैश्विक सफलता को मेरिट (योग्यता) और प्रतिस्पर्धा के उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करता है, जबकि इसके विपरीत उन्होंने क्रोनीजम की अवधारणा पर निशाना साधा है।
क्या है क्रोनीजम जिस पर राहुल गांधी ने साधा निशाना?
क्रोनीजम (Cronyism) एक ऐसी स्थिति है जिसे भ्रष्टाचार का एक रूप माना जाता है। इसमें कोई अधिकारी या शक्ति में बैठा व्यक्ति अपने दोस्तों और सहयोगियों को, उनकी योग्यता की परवाह किए बिना, नौकरियाँ, सरकारी ठेके या अन्य आर्थिक लाभ प्रदान करता है। यह भाई-भतीजावाद (Nepotism) से मिलता-जुलता है, लेकिन इसमें लाभ परिवार के सदस्यों के बजाय दोस्तों या व्यक्तिगत संपर्कों को दिया जाता है। राहुल गांधी के बयान में क्रोनीजम का संदर्भ देश की कंपनियों को कथित तौर पर राजनीतिक साठगाँठ के आधार पर लाभ पहुँचाने के व्यापक आरोपों की ओर इशारा करता है।
लोकतंत्र और भारत-चीन संबंधों पर पहले के बयान
ऑटो कंपनियों की सफलता पर टिप्पणी करने से पहले, राहुल गांधी कोलंबिया के ईआईए विश्वविद्यालय में एक संवाद कार्यक्रम में दिए गए अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहे, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
राहुल गांधी ने इस कार्यक्रम में कहा था कि भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा ‘लोकतंत्र पर हमला’ है। उन्होंने ज़ोर दिया कि भारत में विभिन्न धर्मों, परंपराओं और भाषाओं को लोकतांत्रिक प्रणाली ही स्थान देती है, लेकिन “अभी भारत में लोकतंत्र पर हर तरफ से हमला हो रहा है।”
भाजपा का पलटवार: “राहुल गांधी को देश के खिलाफ बोलने की आदत”
राहुल गांधी के इन बयानों पर भाजपा ने तत्काल और कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी विदेश में हैं और उन्हें विजयादशमी के अवसर पर देशवासियों को बधाई देनी चाहिए थी, लेकिन वह “भारत के खिलाफ बोलते हैं।”
रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया, “राहुल गांधी को देश के खिलाफ बोलने की आदत है। वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ झूठे आरोप लगाते हैं। राहुल गांधी सब कुछ बेबुनियाद बातें करते हैं। विदेश में आप कहते हैं कि लोकतंत्र नहीं है। आप चीन की तारीफ करते हैं, आपका चीन प्रेम दिखता है।”
भाजपा ने राहुल गांधी पर विदेश की धरती से भारत के आंतरिक मामलों और लोकतंत्र की स्थिति पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है, जबकि कांग्रेस पार्टी लगातार यह दोहराती रही है कि विपक्ष के नेता होने के नाते राहुल गांधी का यह कर्तव्य है कि वह देश की वास्तविक चुनौतियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाएँ।
कुल मिलाकर, कोलंबिया में राहुल गांधी की यात्रा ने भारतीय कंपनियों की वैश्विक सफलता की कहानी को क्रोनीजम और इनोवेशन पर एक राजनीतिक बहस के केंद्र में ला दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है।

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