
मछलीशहर की नव निर्वाचित सांसद प्रिया सरोज ने रविवार को अपने गांव करखियांव में एक सादगी भरा और प्रेरणादायक दृश्य पेश किया। उन्होंने घर के पास स्थित अपने खेत में मजदूरों के साथ खुद धान की रोपाई कर यह जता दिया कि वह सिर्फ नेता ही नहीं, बल्कि एक किसान की बेटी भी हैं।
लगभग पांच विस्वा खेत में की रोपाई
प्रिया सरोज ने खेत में पहुंचकर सबसे पहले मजदूरों का हालचाल लिया, फिर महिलाओं से धान की पौध लेकर लगभग पांच विस्वा खेत में खुद रोपाई की। लगभग आधे घंटे तक उन्होंने धान की रोपाई कर ग्रामीणों और मजदूरों के साथ सामूहिकता का संदेश दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें
इस दौरान गांव की एक युवती ने प्रिया सरोज की खेत में काम करते हुए तस्वीरें और वीडियो बना लिए, जिन्हें इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया गया। कुछ ही घंटों में इंस्टाग्राम पर इन तस्वीरों को एक लाख से अधिक लाइक्स मिले, जबकि सात सौ से ज्यादा बार शेयर किया गया।
जनता दरबार के बाद खेत में पहुंचीं सांसद
दिल्ली रवाना होने से पहले रविवार को उन्होंने अपने घर पर जनता दरबार लगाया, फिर निर्माणाधीन मकान का निरीक्षण करने गईं। मकान के पीछे स्थित पांच बीघा खेत में यह रोपाई हो रही थी, जहां पहुंचकर उन्होंने खुद भागीदारी निभाई।
“किसान की बेटी हूं, खेत से रिश्ता नहीं टूट सकता”
प्रिया सरोज ने कहा, “मैं किसान की बेटी हूं, गांव और जमीन से कटकर कैसे रह सकती हूं।” उनके इस सादगी भरे अंदाज ने न सिर्फ गांव वालों को गर्व की अनुभूति कराई, बल्कि आम लोगों में भी उनकी छवि और मजबूत की।
पूर्व सांसद पिता तुफानी सरोज भी करते हैं खेती
गौरतलब है कि प्रिया सरोज के पिता पूर्व सांसद तुफानी सरोज आज भी खाली समय में खेतों में काम करते हैं। ऐसे में प्रिया की यह पहल उनकी पारिवारिक परंपरा और ग्रामीण जीवन से जुड़ाव का प्रमाण है।

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