
बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘बोझ’ मान रही है और उन्हें मानसिक रूप से सेवानिवृत्त कर दिया गया है। यह बयान बिहार की राजनीति में एक नए विवाद को जन्म दे सकता है, खासकर तब जब राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।
लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का आह्वान
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पटना में हो रही इस बैठक को ‘बेहद महत्वपूर्ण’ बताया। उन्होंने कहा कि हम ऐसे समय में मिल रहे हैं जब भारत एक चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट के साथ आधिकारिक रूप से छेड़छाड़ की जा रही है, और ऐसे में यह जरूरी है कि लोकतंत्र की जननी, बिहार में, हम अपने लोकतंत्र और संविधान को बचाने की अपनी प्रतिज्ञा को फिर से दोहराएं। उनका यह बयान भाजपा पर सीधे तौर पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप है।
‘डबल इंजन’ सरकार का दावा खोखला
खड़गे ने बिहार की ‘डबल इंजन’ सरकार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनवरी 2024 में नीतीश कुमार को फिर से समर्थन देकर बिहार में एनडीए की सरकार तो बना ली, लेकिन विकास के वादे खोखले साबित हुए हैं। उन्होंने कहा, “केंद्र से कोई विशेष पैकेज नहीं मिला और बिहार की अर्थव्यवस्था पिछड़ रही है।” खड़गे ने राज्य की बढ़ती बेरोजगारी दर का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि बिहार में बेरोजगारी दर 15 प्रतिशत से ऊपर है और हर साल लाखों युवा रोजगार की तलाश में पलायन करते हैं।
भर्ती घोटाले और किसानों की दुर्दशा
कांग्रेस अध्यक्ष ने बिहार सरकार को भर्ती घोटालों पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि भर्ती घोटालों के कारण युवा सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं और उन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं। उन्होंने राज्य के किसानों की खराब हालत पर भी चिंता व्यक्त की। खड़गे ने कहा कि बिहार के किसानों की हालत शायद पूरे देश में सबसे खराब है। हर साल कोसी और गंडक नदियों में आने वाली बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित होते हैं, जो सरकार की बाढ़ प्रबंधन में विफलता का स्पष्ट सबूत है।
‘स्वर्णिम बिहार’ का सपना साकार करेंगे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से बिहार के पुनर्निर्माण का बिगुल फूंकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर बिहार के लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और सुशासन प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता लंबे समय से ‘स्वर्णिम बिहार’ का सपना देख रही है और कांग्रेस पार्टी इसे साकार करने का प्रयास करेगी। खड़गे ने जोर देकर कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
पटना में कांग्रेस की रणनीति का संकेत
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक का पटना में होना और खड़गे का यह आक्रामक संबोधन साफ तौर पर यह दर्शाता है कि पार्टी बिहार चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही है। खड़गे के बयानों में भाजपा और नीतीश कुमार के बीच के संबंधों में कथित दरार को उजागर करने की कोशिश दिखी। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस बिहार में अपने दम पर और अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। यह देखना दिलचस्प होगा कि खड़गे के इन बयानों पर भाजपा और नीतीश कुमार की क्या प्रतिक्रिया आती है और इसका आगामी विधानसभा चुनावों पर क्या असर होता है।

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