
महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब ने राज्य के गृह राज्यमंत्री योगेश कदम पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सबूत सौंपे हैं और उनसे योगेश कदम का इस्तीफा लेने की मांग की है।
डांस बार से जुड़ा गंभीर आरोप
अनिल परब ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि गृह राज्य मंत्री योगेश कदम की मां के नाम पर एक डांस बार चलाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि 31 मई 2025 को इस डांस बार पर पुलिस ने छापेमारी की थी, जिसमें 22 बार बालाएं, 22 ग्राहक और 5 स्टाफ को हिरासत में लिया गया था। परब के अनुसार, मुख्यमंत्री ने इस मामले में सबूत मांगे थे, जिन्हें अब उन्होंने सौंप दिया है।
पुरानी रेड और एफआईआर की भी दी जानकारी
परब ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इस डांस बार पर 10 अगस्त 2023 और 28 मई 2023 को भी छापेमारी हो चुकी है। इन मामलों से जुड़ी एफआईआर की कॉपी भी मुख्यमंत्री को दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगेश कदम के करीबी सचिन पाटिल नाम का व्यक्ति जो ड्राइवर के पद पर नियुक्त है, वह इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर सड़कों पर वसूली करता है। इसके वीडियो, फोटो और वर्दी से जुड़ी जानकारी भी मुख्यमंत्री को सौंपी गई है।
“अगर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बड़ा सवाल”
अनिल परब ने कहा, “मुख्यमंत्री ने मुझसे सबूत मांगे थे, मैंने उन्हें प्रमाण सौंप दिए हैं। ये सबूत पुख्ता हैं। अगर अब भी कार्रवाई नहीं होती है, तो इससे मुख्यमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचेगा और हमें यह मानने पर मजबूर होना पड़ेगा कि क्या ऐसे कार्यों को मुख्यमंत्री का समर्थन प्राप्त है।”
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि गृह राज्य मंत्री योगेश कदम को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
शिंदे गुट का पलटवार, कहा- डाकू चोर को न कहे
इन आरोपों के जवाब में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे योगेश कदम के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने कहा, “योगेश कदम मेहनती और ईमानदार कार्यकर्ता हैं। उनके इस्तीफे की मांग करना अनुचित है। डाकू किसी को चोर नहीं कह सकता। उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है, पूरी शिवसेना और मैं स्वयं उनके साथ खड़ा हूं।”
ठाकरे-फडणवीस समीकरण के बीच बढ़ी हलचल
दिलचस्प बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम के बीच महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच समीकरण सुधरने की चर्चा तेज है। ऐसे में अनिल परब का यह आरोप और सबूत सौंपना सियासी मायने में बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्या होगी कार्रवाई, अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री पर
अब सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इन सबूतों के आधार पर क्या कार्रवाई करते हैं। अगर वे जांच का आदेश देते हैं, तो यह राज्य सरकार के भीतर हलचल बढ़ा सकता है। और अगर कार्रवाई नहीं होती, तो विपक्ष को एक और बड़ा मुद्दा मिल सकता है।

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