
भाजपा सांसद और लोकप्रिय गायक-नेता मनोज तिवारी ने शुक्रवार को झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में जलाभिषेक कर अपनी 105 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा को संपन्न किया। बिहार के सुल्तानगंज से शुरू हुई यह यात्रा उन्होंने नंगे पांव पूरी की, जिसे उन्होंने “आस्था, श्रद्धा और आत्मिक शांति की यात्रा” बताया।
मनोज तिवारी ने यह कांवड़ यात्रा 31 जुलाई को शुरू की थी और 3 अगस्त को देवघर पहुंचकर बाबा भोलेनाथ को गंगाजल अर्पित किया। इस दौरान उनके साथ हजारों की संख्या में कांवड़िये मौजूद थे। यात्रा में उनके सहयोगी और झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे भी शामिल रहे। जलाभिषेक के समय भी दुबे अपने परिवार संग उपस्थित रहे।
30 साल बाद फिर से कांवड़ उठाई
मनोज तिवारी ने इस बार 30 साल के लंबे अंतराल के बाद कांवड़ यात्रा की। उन्होंने कहा, “एक बड़ी तपस्या है अजगैबीनाथ धाम से देवघर तक पैदल जल लेकर जाना। जो इस यात्रा में नहीं चला, वह इस कठिन तप को नहीं समझ सकता। हर कदम पर आस्था की परीक्षा होती है, लेकिन मन में भक्ति हो तो सब संभव है।”

सोशल मीडिया पर साझा किए अनुभव
यात्रा के दौरान मनोज तिवारी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहे। उन्होंने फेसबुक पर तस्वीरें और वीडियो साझा करते हुए लिखा, “हर-हर महादेव के जयघोष के साथ आस्था की इस यात्रा पर निकला हूं। भोले बाबा हम सभी का कल्याण करें।” उनके इस पोस्ट को हजारों लोगों ने शेयर किया और शुभकामनाएं दीं।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी फेसबुक पर मनोज तिवारी की कांवड़ यात्रा की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “मैं सपरिवार गोडियारी नदी से देवघर मंदिर तक उनके साथ रहा। यह केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि आत्मिक ऊर्जा से भर देने वाला अनुभव है।”
राजनीति से इतर एक आध्यात्मिक संदेश
इस यात्रा को केवल धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संदेश के तौर पर भी देखा जा रहा है। मनोज तिवारी की यह यात्रा दिल्ली से बाहर धार्मिक और जमीनी जुड़ाव को दर्शाती है, जहां वह एक सांसद होने के साथ-साथ जन भावनाओं से भी स्वयं को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा के कई अन्य नेता भी सावन माह में शिवभक्ति और कांवड़ यात्राओं के ज़रिए जनता के बीच अपनी धार्मिक छवि को मजबूत करने की कोशिश में लगे हैं।

देवघर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
बाबा बैद्यनाथ धाम में हर साल सावन के महीने में लाखों श्रद्धालु जल चढ़ाने आते हैं। इस बार मनोज तिवारी की यात्रा को देखने और उनके साथ जुड़ने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे।
मनोज तिवारी की यह कांवड़ यात्रा जहां उनकी आस्था का प्रमाण है, वहीं यह आने वाले समय में उनके राजनीतिक और सामाजिक संदेशों को भी नई दिशा दे सकती है। उन्होंने यह दिखाया कि एक सांसद, एक कलाकार और एक भक्त के रूप में उनका जुड़ाव धरातल से बना हुआ है। यात्रा पूरी करने के बाद उन्होंने बाबा बैद्यनाथ से सभी के कल्याण और शांति की कामना की।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।