
भारत के नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज सुबह से मतदान शुरू हो गया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच कड़ा मुकाबला है। दोनों ही पक्षों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। नए संसद भवन में सुबह 10 बजे शुरू हुआ मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा, जिसके बाद शाम 6 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी। देर शाम तक देश को अपना नया उपराष्ट्रपति मिल जाने की उम्मीद है।
यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं, जिनकी संसद के कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली हुआ था, जिससे उच्च सदन में नेतृत्व का संकट पैदा हो गया था। उनके अप्रत्याशित इस्तीफे के बाद आज का चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो गया है।
एनडीए बनाम ‘इंडिया’: आंकड़ों का खेल
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 781 सदस्य हैं, जिनमें लोकसभा के 542 निर्वाचित सदस्य और राज्यसभा के 239 सदस्य शामिल हैं। सभी वोटों का मूल्य समान होता है और जीत के लिए 391 वोटों का बहुमत जरूरी है। दोनों सदनों में 6 रिक्तियां भी हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दोनों सदनों की संयुक्त संख्या में एनडीए को बढ़त हासिल है। इसके बावजूद, सभी की नजरें संभावित क्रॉस-वोटिंग पर टिकी हैं, जो अंतिम परिणाम को प्रभावित कर सकती है। दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं, जिससे यह मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
एनडीए खेमे में जीत का भरोसा
मतदान शुरू होने से पहले ही एनडीए खेमे में उत्साह देखने को मिला। उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने लोधी कॉलोनी स्थित श्री राम मंदिर में दर्शन कर जीत का आशीर्वाद मांगा। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “यह भारतीय राष्ट्रवाद की बड़ी जीत होने वाली है। हम सब एकजुट हैं और ‘विकसित भारत’ बनाने की दिशा में यह जीत एक बड़ा कदम होगी।”
एनडीए के कई नेताओं ने राधाकृष्णन की जीत को तय बताया है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस और उसके सहयोगियों को हार का सामना करना पड़ेगा। भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने दावा किया कि ‘इंडिया गठबंधन’ के भीतर भी कुछ समूह राधाकृष्णन को वोट देना चाहते हैं। इसी तरह, भाजपा सांसद काली चरण सिंह और जदयू सांसद रामप्रीत मंडल ने भी भारी बहुमत से जीत का दावा किया। भाजपा सांसद अनिल बोंडे ने तो यहाँ तक कहा कि ‘इंडिया गठबंधन’ के सदस्य भी अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर एनडीए उम्मीदवार को वोट देंगे।

भाजपा के राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार ने सीपी राधाकृष्णन की तारीफ करते हुए कहा कि वे कई सालों से जनहित में काम कर रहे हैं और उनका अनुभव देश के लिए बहुत फायदेमंद होगा। भाजपा सांसद नाबा चरण माझी ने बताया कि उनके गठबंधन ने चुनाव के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन भी किया था, ताकि एक भी वोट खारिज न हो।
‘इंडिया’ गठबंधन ने बताई लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की
दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के खेमे में भी जीत को लेकर आत्मविश्वास नजर आया। उनके उम्मीदवार, पूर्व सुप्रीम कोर्ट के जज बी. सुदर्शन रेड्डी, को एक गैर-राजनीतिक और मजबूत उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा रहा है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इस चुनाव को “देश की आत्मा को बचाने की लड़ाई” बताया। उन्होंने कहा, “जब देश की आत्मा बचाने के लिए लोगों की अंतरात्मा जागेगी तो चुनाव का नतीजा चौंकाने वाला होगा।”
कांग्रेस सांसद चमाला किरण कुमार रेड्डी ने सभी सांसदों से मतदान से पहले गंभीरता से सोचने की अपील की और कहा कि लोकतंत्र संकट में है। कांग्रेस सांसद धरमवीर गांधी ने भी रेड्डी को एक ईमानदार उम्मीदवार बताते हुए उनकी जीत की उम्मीद जताई और कहा कि उनका गठबंधन एकजुट है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि भाजपा के लोग भी अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर उनके उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करेंगे।
समाजवादी पार्टी के सांसद छोटेलाल ने भी जीत का दावा करते हुए कहा कि भाजपा से गठबंधन वाली कई पार्टियों ने उनके उम्मीदवार को वोट देने से इनकार कर दिया है और उन्हें बड़े पैमाने पर क्रॉस-वोटिंग की उम्मीद है।
जुबानी जंग और व्यक्तिगत हमले
चुनाव के इस माहौल में दोनों खेमों के बीच तीखी जुबानी जंग भी देखने को मिली। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने वाईएसआरसीपी और टीडीपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे जमीन पर विरोध का दावा करने के बावजूद एक आरएसएस समर्थित उम्मीदवार के लिए वोट कर रहे हैं। उन्होंने जगन पर सीबीआई मामलों का हवाला देकर मतदाताओं पर दबाव बनाने का आरोप भी लगाया।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने चिर-परिचित अंदाज में एनडीए की जीत को “उतना ही निश्चित” बताया, “जितना सूरज का पूर्व में उगना और पश्चिम में अस्त होना।” उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी पर तंज कसते हुए कहा, “सुना है वह जज थे। लेकिन वह किनसे मिलने जाते हैं? चारा घोटाले में दोषी ठहराए गए लोगों से और फिर भी नैतिकता की बात करते हैं।” इस पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘इंडिया गठबंधन’ ने एक मजबूत उम्मीदवार उतारा है, जो निश्चित रूप से जीतेंगे।
इस चुनाव का नतीजा अब से कुछ ही घंटों में सामने आ जाएगा। दोनों गठबंधनों के दावे और आरोपों के बीच, असली विजेता वही होगा जिसे 391 का जादुई आंकड़ा मिलेगा। शाम का इंतजार है, जब देश को पता चलेगा कि कौन होगा राज्यसभा का नया सभापति और भारत का नया उपराष्ट्रपति।

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