
दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों—भारत और अमेरिका—के बीच के संबंध हाल के वर्षों में अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं। इसी क्रम में, अमेरिकी व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत सम्मान करते हैं और दोनों नेताओं के बीच अक्सर सीधी बातचीत होती रहती है। यह बयान दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में मौजूद गहरे विश्वास और सकारात्मकता को दर्शाता है।
ट्रंप-मोदी के बीच मजबूत व्यक्तिगत संबंध
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर बहुत सकारात्मक हैं और उन्हें दोनों देशों के बीच के रिश्तों पर गहरा विश्वास है। उन्होंने स्पष्ट किया, “मुझे पता है कि राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी का बहुत सम्मान करते हैं और वे अक्सर बातचीत करते हैं।” यह व्यक्तिगत तालमेल, जिसे वैश्विक मंच पर ‘ट्रंप-मोदी दोस्ती’ के रूप में देखा जाता है, कूटनीतिक समझौतों को गति देने में अहम भूमिका निभाता है। यह दर्शाता है कि शीर्ष स्तर पर नेताओं के बीच विश्वास का स्तर काफी उच्च है।

द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मकता के संकेत
व्हाइट हाउस ने भारत के साथ मजबूत रिश्ते की अपनी इच्छा को दर्शाने के लिए हाल की कुछ घटनाओं का भी उल्लेख किया। लेविट ने हाल ही में व्हाइट हाउस में मनाए गए दीपावली कार्यक्रम और सर्जियो गोर को अमेरिका के नए भारत राजदूत के रूप में नियुक्त किए जाने का जिक्र किया। इन प्रतीकात्मक और कूटनीतिक कदमों को ट्रंप प्रशासन के भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर “काफी सकारात्मक और दृढ़” दृष्टिकोण के रूप में देखा जा रहा है। ये संकेत देते हैं कि भले ही कुछ मुद्दों पर मतभेद हों, लेकिन संबंध की नींव मजबूत है।
दीपावली का विशेष कार्यक्रम
पिछले महीने, राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वयं व्हाइट हाउस में एक खास दीपावली कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक महान व्यक्ति बताया था और कहा था कि उन्हें भारत के लोगों से बहुत प्रेम है। ट्रंप ने ओवल ऑफिस में दीप जलाया और इसे “अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक” बताया। इस कार्यक्रम में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा, सर्जियो गोर, एफबीआई निदेशक काश पटेल और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गैबार्ड सहित कई भारतीय मूल के प्रमुख व्यवसायी भी शामिल हुए थे, जो अमेरिका में भारतीय समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दिखाता है।
व्यापारिक मुद्दों पर गंभीर चर्चा जारी
लेविट ने यह भी बताया कि व्यापार से जुड़े मुद्दों पर भी ट्रंप सरकार और भारत के बीच गंभीर चर्चा जारी है। उन्होंने पुष्टि की कि दोनों देशों की टीमें इस विषय पर लगातार बातचीत कर रही हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंध हाल में उतार-चढ़ाव वाले रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन ने अतीत में भारत पर ट्रेड टैरिफ लगाए हैं, और रूस से तेल खरीदने जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के अलग-अलग नजरिए भी रहे हैं। इसके बावजूद, दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता का जारी रहना यह संकेत देता है कि वे मतभेदों को दूर करने और एक व्यापक व्यापार समझौता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए फायदेमंद होगा।
कुल मिलाकर, व्हाइट हाउस का यह बयान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के व्यक्तिगत सम्मान और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक विश्वास को रेखांकित करता है। यह स्पष्ट करता है कि भारत-अमेरिका संबंध विभिन्न चुनौतियों के बावजूद एक सकारात्मक और दृढ़ मार्ग पर अग्रसर हैं।

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