
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। ब्रिटेन और मालदीव की सफल विदेश यात्रा के बाद प्रधानमंत्री सीधे तमिलनाडु पहुंचेंगे। यहां वे लगभग 4800 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस दौरे के दौरान उनका प्रमुख फोकस बुनियादी ढांचे, परिवहन और ऊर्जा क्षेत्र की परियोजनाओं पर रहेगा।
तूतीकोरिन एयरपोर्ट को मिला नया टर्मिनल
पीएम मोदी अपने दौरे की शुरुआत तूतीकोरिन एयरपोर्ट से करेंगे, जहां वे लगभग 450 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। यह टर्मिनल क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय यातायात को बेहतर बनाएगा और दक्षिण तमिलनाडु के लिए एक नई उड़ान का द्वार खोलेगा।
राजमार्गों को मिलेगी नई रफ्तार
प्रधानमंत्री रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दो प्रमुख राजमार्ग परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इसमें एनएच-138 पर तूतीकोरिन बंदरगाह मार्ग और विक्रवंडी-तंजावुर कॉरिडोर के अंतर्गत एनएच-36 के कुछ हिस्सों का चौड़ीकरण शामिल है। ये दोनों परियोजनाएं 2500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरी की गई हैं, जिससे व्यापार और परिवहन को बड़ी राहत मिलेगी।
वीओ चिदंबरनार बंदरगाह को नई सुविधाएं
पीएम मोदी वीओ चिदंबरनार बंदरगाह पर लगभग 285 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित तीसरे नॉर्थ कार्गो बर्थ का उद्घाटन करेंगे। इसकी मदद से बंदरगाह की कार्गो हैंडलिंग क्षमता 6.96 एमएमटीपीए तक बढ़ जाएगी, जिससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर को मजबूती मिलेगी।
रेलवे अवसंरचना को मिला बड़ा बढ़ावा
मोदी इस दौरे में तीन प्रमुख रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे। इसमें शामिल हैं:—-
- नागरकोइल टाउन से कन्याकुमारी (21 किमी) का दोहरीकरण
- अरलवयमोझी-नागरकोइल जंक्शन (12.87 किमी) और तिरुनेलवेली-मेलाप्पलायम (3.6 किमी) खंड का दोहरीकरण
- मदुरै-बोदिनायक्कनूर (90 किमी) रेलखंड का विद्युतीकरण
इन परियोजनाओं से यात्रियों की सुविधाएं बढ़ेंगी और मालगाड़ी संचालन में तेजी आएगी।
विद्युत पारेषण परियोजना की आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी एक अंतर-राज्यीय विद्युत पारेषण परियोजना की भी आधारशिला रखेंगे। 550 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली इस परियोजना में 400 केवी (क्वाड) डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन शामिल होगी, जो कुडनकुलम से तूतीकोरिन-2 जीआईएस सबस्टेशन तक फैली होगी। इससे क्षेत्र की ऊर्जा आपूर्ति और ग्रिड स्थिरता में सुधार होगा।
चोल सम्राट की जयंती पर सांस्कृतिक सम्मान
दौरे के दूसरे दिन 27 जुलाई को प्रधानमंत्री तिरुचिरापल्ली जाएंगे। वहां वे गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में दोपहर 12 बजे आदि तिरुवथिरई महोत्सव में शामिल होंगे। यह समारोह महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री राजेंद्र चोल प्रथम के सम्मान में एक स्मारक सिक्का भी जारी करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल तमिलनाडु के बुनियादी ढांचे को मजबूती देगा, बल्कि राज्य को आर्थिक, सांस्कृतिक और ऊर्जा क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला साबित होगा। यह विकास और सांस्कृतिक विरासत के सम्मान का एक संतुलित उदाहरण है।

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