
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने दो घंटे लंबे भाषण में चीन और डोनाल्ड ट्रंप जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र तक नहीं किया, जबकि ये दोनों हालिया घटनाओं के संदर्भ में बेहद अहम रहे हैं।
राहुल ने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत में कहा, “पीएम मोदी ने एक बार भी ट्रंप को लेकर कुछ नहीं कहा। ट्रंप ने 29 बार सीजफायर की बात की, लेकिन प्रधानमंत्री ने कभी यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या ट्रंप झूठ बोल रहे थे। इससे भी बड़ी बात यह है कि उन्होंने चीन का नाम तक नहीं लिया, जबकि पूरा देश जानता है कि पाकिस्तान को चीन का समर्थन मिला है।”
गौरव गोगोई ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का श्रेय लेने पर साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद गौरव गोगोई ने भी प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का पूरा श्रेय खुद लेने की कोशिश की, जबकि सच्चाई यह है कि यह भारत सरकार, सेना और देश की जनता के साझा प्रयासों का परिणाम था।
गौरव ने कहा, “प्रधानमंत्री ने भाषण की शुरुआत में कहा कि उन्हें देश की जनता का समर्थन मिला, लेकिन उन्होंने यह नहीं माना कि इस समर्थन में सेना, सुरक्षा एजेंसियां और आम लोग भी शामिल हैं। वे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक व्यक्ति का अभियान बताने की कोशिश कर रहे हैं।”
पहलगाम हमले पर चुप्पी भी बनी विपक्ष के निशाने का केंद्र
कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। गौरव गोगोई ने कहा, “प्रधानमंत्री ने इस संवेदनशील मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया। यही बात प्रियंका गांधी ने भी उठाई थी कि जब देश के जवान और नागरिक मारे जाते हैं, तब सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।”
चीन-पाक संबंधों को लेकर गंभीर सवाल
राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर फिर जोर देते हुए कहा कि चीन ने पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों में मदद की, इस पर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बयान दिए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस संवेदनशील रणनीतिक सहयोग का उल्लेख नहीं किया।
“क्या प्रधानमंत्री चीन से डरते हैं?” – राहुल गांधी ने यह सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सरकार की चुप्पी राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा करती है।
विपक्ष का सरकार पर तीखा प्रहार
राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं की इस प्रेस वार्ता ने स्पष्ट संकेत दिया कि विपक्ष पीएम मोदी की विदेश नीति, सुरक्षा रणनीति और पारदर्शिता के मुद्दों पर गंभीर आपत्तियां उठा रहा है। खासकर चीन और अमेरिका से जुड़ी घटनाओं पर प्रधानमंत्री की चुप्पी अब राजनीति के केंद्र में है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से सीधे सवाल करते हुए कहा कि उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ट्रंप झूठ बोले थे, और क्यों चीन को लेकर चुप्पी साधी गई। साथ ही, उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ईमानदारी और पारदर्शिता बेहद जरूरी है, और जनता को सच्चाई जानने का अधिकार है।

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