
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बुधवार को बेगूसराय के बछवाड़ा में आयोजित ‘बिहार बदलाव जनसभा’ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। हालांकि, उन्होंने नीतीश कुमार को एक ईमानदार मुख्यमंत्री बताया, लेकिन साथ ही यह भी आरोप लगाया कि उनके मंत्रिमंडल और प्रशासन में शामिल मंत्री व अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। किशोर ने कहा, “नीतीश कुमार एक भ्रष्ट सरकार के ईमानदार मुख्यमंत्री हैं।”
जनसभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने भाजपा और नीतीश कुमार दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द रहने वाले लोग भ्रष्टाचार में इतने डूबे हैं कि उन्होंने लूट के पैसों से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में संपत्ति खरीद ली है।
बेगूसराय: क्रांतिकारियों की भूमि
बेगूसराय के बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र को बिहार सरकार के खेल मंत्री का गढ़ बताए जाने पर प्रशांत किशोर ने इसे “क्रांतिकारियों की भूमि” कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में शायद ही कोई ऐसा बड़ा आंदोलन हुआ हो, जिसकी शुरुआत बेगूसराय से न हुई हो। उन्होंने भाजपा नेताओं पर भी पलटवार किया, जिन्होंने उनके खिलाफ बयान दिए थे। किशोर ने उन्हें चुनौती दी कि यदि उनमें दम है तो वे बछवाड़ा में उतनी ही भीड़ जुटाकर दिखाएं, जितनी उनकी जनसभा में आई थी। उन्होंने कहा कि इससे यह साफ हो जाएगा कि “फेसबुकिया नेता” कौन है और जनता के बीच किसका असली जनाधार है।
भ्रष्टाचार पर तीखा प्रहार
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि बिहार की जनता गरीबी में जी रही है, जबकि राज्य के मंत्री और अधिकारी जनता के पैसों को लूटकर विदेश में घर और संपत्ति खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि नवंबर में जन सुराज की सरकार बनती है, तो सभी भ्रष्ट मंत्रियों और अधिकारियों को जेल भेजा जाएगा। इसके साथ ही, उनके परिवारों से लूटे गए पैसे भी जब्त किए जाएंगे। किशोर ने जोर देकर कहा कि उनकी प्राथमिकता बिहार में सुशासन स्थापित करना और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना है।

युवाओं के लिए रोजगार और पेंशन का वादा
प्रशांत किशोर ने जनता से वादा किया कि इस साल की दिवाली और छठ बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। उन्होंने कहा कि जन सुराज की सरकार बनने के बाद बछवाड़ा या बेगूसराय के किसी भी युवा को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने प्रदेश के 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर बिहार में ही 10-12 हजार रुपये का रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
रोजगार के अलावा, प्रशांत किशोर ने बुजुर्गों के लिए भी एक बड़ा वादा किया। उन्होंने कहा कि जन सुराज की व्यवस्था बनने पर 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को हर महीने 2000 रुपये की पेंशन दी जाएगी। यह वादा बिहार के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।
प्रशांत किशोर की यह जनसभा बिहार में राजनीतिक हलचल पैदा कर रही है। उनके तीखे आरोप और बड़े वादे जनता के बीच एक नई उम्मीद जगा रहे हैं। अब देखना यह है कि क्या वे अपने जन आंदोलन को एक सफल राजनीतिक लहर में बदल पाते हैं।

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