
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपनी बिहार बदलाव यात्रा के दौरान मंगलवार को जमुई पहुंचकर भाजपा, राजद और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ‘बिहार बदलाव जनसभा’ को संबोधित करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जैसे प्रमुख नेताओं पर तीखे वार किए।
बिहार की समस्याओं से बेपरवाह राजनीतिक दल
प्रशांत किशोर ने इंडी गठबंधन के मंच पर हुए हालिया विवादों और नेताओं के बीच गाली-गलौज पर अपनी राय दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव, पीएम मोदी को गाली दे रहे हैं, और जब पीएम मोदी बिहार आएंगे तो वह भी पलटकर राहुल गांधी और लालू यादव को गाली देंगे। लेकिन, इस गाली-गलौज के बीच कोई भी नेता यह नहीं बताता कि बिहार की असली समस्याओं का समाधान कब होगा।
उन्होंने सवाल उठाया, “बिहार से बेरोजगारी कब दूर होगी? बिहार के बच्चों को अच्छी शिक्षा कब मिलेगी? और बिहार से पलायन कब खत्म होगा?” प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों को इस बात में कोई रुचि नहीं है कि कौन किसे गाली दे रहा है।
‘पूरे देश में बिहारी कहकर गाली दी जा रही है’
प्रशांत किशोर ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि जहां नेता आपस में गाली दे रहे हैं, वहीं बिहार के बच्चों को पूरे देश में गाली पड़ रही है। उन्होंने अफसोस जताया कि “लोगों को ‘बिहारी’ कहकर गाली दी जा रही है, थप्पड़ मारे जा रहे हैं।” यह स्थिति दर्शाती है कि नेताओं को बिहार की जनता की गरिमा की कोई परवाह नहीं है, वे सिर्फ अपनी राजनीतिक लड़ाई में व्यस्त हैं।
तेजस्वी यादव पर हमला: ‘डांस कर रहे, राघोपुर में बाढ़’
राजद नेता तेजस्वी यादव के वायरल डांस वीडियो पर प्रशांत किशोर ने जोरदार हमला किया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “राघोपुर के लोग बाढ़ से परेशान हैं, और राघोपुर के विधायक तेजस्वी यादव पटना के जेपी गंगा पथ पर रात में घूमकर डांस कर रहे हैं।” प्रशांत किशोर ने इस घटना को नेताओं की संवेदनहीनता का उदाहरण बताते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि इन नेताओं की बिहार के लोगों के बारे में क्या सोच है।
जन सुराज की ताकत ने मजबूर किया
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के पलायन और रोजगार पर दिए गए बयानों पर भी उन्हें घेरा। उन्होंने कहा कि पहले ये नेता सिर्फ हिंदू-मुसलमान की बात करते थे और इन्हें “कट्टा वाले, अपहरण और रंगदारी वाले नेता” के रूप में जाना जाता था। प्रशांत किशोर ने कहा कि यह जन सुराज अभियान की ताकत है कि आज इन्हीं नेताओं को भी पलायन, शिक्षा, रोजगार और फैक्ट्री जैसे मुद्दों पर बात करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
‘गीदड़ की मौत आती है तो शहर की ओर भागता है’
भाजपा सांसद संजय जायसवाल द्वारा लगाए गए आरोपों पर केस करने की बात पर प्रशांत किशोर ने तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “जब गीदड़ की मौत आती है तब वह शहर की ओर भागता है।” उन्होंने आगे कहा कि जब संजय जायसवाल जैसे लोगों का बुरा समय आता है, तब वे प्रशांत किशोर जैसे लोगों से उलझने की कोशिश करते हैं।
इस तरह, प्रशांत किशोर ने एक ही मंच से भाजपा, राजद और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और उन्हें बिहार की जनता की समस्याओं से बेपरवाह बताया। उन्होंने अपनी यात्रा और जन सुराज के उद्देश्यों को साफ करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य बिहार की राजनीति को गाली-गलौज से

राजनीति में विरोधी खेमे को खोदने और चिढ़ाने वाली खबरों को अलग महत्व होता है। इसके लिए नारद बाबा अपना कालम लिखेंगे, जिसमें दी जाने वाली जानकारी आपको हंसने हंसाने के साथ साथ थोड़ा सा अलग तरह से सोचने के लिए मजबूर करेगी। 2 दशक से पत्रकारिता में हाथ आजमाने के बाद अब नए तेवर और कलेवर में आ रहे हैं हम भी…..



