
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 124वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने हाल ही में अंतरिक्ष से सुरक्षित लौटे शुभांशु शुक्ला का जिक्र किया और इसे देश के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि जैसे ही शुभांशु सकुशल धरती पर लौटे, पूरे देश में उत्साह की लहर दौड़ गई।
बच्चों में विज्ञान के प्रति बढ़ी जिज्ञासा
प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद से देश में बच्चों के भीतर विज्ञान और अंतरिक्ष के प्रति जबरदस्त रुचि देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि अब छोटे-छोटे बच्चे कहने लगे हैं कि वे भी अंतरिक्ष में जाएंगे, चांद पर उतरेंगे और अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनेंगे।
‘इंस्पायर मानक योजना’ की सराहना
पीएम मोदी ने ‘इंस्पायर मानक योजना’ का उल्लेख करते हुए इसे बच्चों में नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत देशभर के स्कूलों से पांच-पांच छात्रों का चयन किया जाता है और प्रत्येक छात्र एक नया विचार प्रस्तुत करता है। अब तक लाखों बच्चे इस अभियान से जुड़ चुके हैं, और चंद्रयान-3 के बाद इनकी संख्या दोगुनी हो गई है।
अंतरिक्ष स्टार्टअप्स में आई तेजी
प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में अंतरिक्ष से जुड़े स्टार्टअप्स की संख्या में तेज वृद्धि हुई है। पांच साल पहले जहां इनकी संख्या 50 से कम थी, वहीं आज 200 से ज्यादा स्टार्टअप अंतरिक्ष क्षेत्र में सक्रिय हैं। यह दर्शाता है कि भारत अंतरिक्ष तकनीक और नवाचार में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
23 अगस्त को मनाया जाएगा ‘नेशनल स्पेस डे’
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि 23 अगस्त को ‘नेशनल स्पेस डे’ के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने देशवासियों, खासकर छात्रों से आग्रह किया कि वे इस दिन को रचनात्मक तरीके से मनाएं और अगर उनके पास कोई अनोखा आइडिया हो, तो उसे नमो ऐप के माध्यम से साझा करें।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में भारतीय छात्रों की सफलता
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के छात्रों द्वारा इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड और गणित ओलंपियाड में मिली उपलब्धियों पर भी बधाई दी। उन्होंने देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी का उल्लेख करते हुए कहा कि इन छात्रों ने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। ऑस्ट्रेलिया में हुए गणित ओलंपियाड में भारत ने 3 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीते हैं।
भारत में होगा सबसे बड़ा खगोल ओलंपियाड
प्रधानमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि अगले महीने मुंबई में खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी ओलंपियाड का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें 60 से अधिक देशों के छात्र हिस्सा लेंगे। उन्होंने इसे अब तक का सबसे बड़ा ओलंपियाड बताया और कहा कि भारत अब ओलंपिक और ओलंपियाड दोनों क्षेत्रों में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है।
नवाचार और विज्ञान के क्षेत्र में भारत की मजबूत पकड़
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत विज्ञान और नवाचार की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। बच्चों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अंतरिक्ष के प्रति बढ़ती रुचि भारत के उज्ज्वल भविष्य की निशानी है।

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