
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण का प्रचार थमने के बाद अब दूसरे चरण के लिए चुनावी घमासान जारी है। इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को वाल्मीकि नगर में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने NDA सरकार को सीधे निशाने पर लिया और महागठबंधन के एजेंडे को मजबूती से जनता के सामने रखा। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वे अपने वोट को व्यर्थ न करें और सोच समझकर महागठबंधन को समर्थन दें।
20 साल बाद भी पलायन और खेती की समस्या
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत बिहार के सबसे बड़े मुद्दों—पलायन और बेरोजगारी—से की। उन्होंने कहा कि बिहार में 20 वर्षों से NDA की सरकार है, लेकिन आज भी यहां के लोगों को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ रहा है। उन्होंने कृषि क्षेत्र की दुर्दशा पर भी चिंता व्यक्त की। एक जमाने में बिहार में खेती-किसानी काफी थी, लेकिन आज स्थिति बदल गई है। किसानों को उनकी उपज के सही दाम नहीं मिल रहे हैं, जिससे लोग खेती से भी कमा नहीं पा रहे हैं।
भाजपा पर वैचारिक हमला: नेहरू और सम्मान
कांग्रेस महासचिव ने भाजपा पर वैचारिक हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के नेता देश में किसी भी खराब चीज के लिए जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार बताते हैं। उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय संदर्भ का उल्लेख करते हुए कहा कि आज न्यूयॉर्क में एक अमेरिकी शख्स ने चुनाव जीता और उन्होंने अपने भाषण में जवाहरलाल नेहरू की बात की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “आज विदेशों में नेहरू की बात हो रही है, लेकिन उनके देश में भाजपा उनका अपमान करती है।” यह बयान कांग्रेस की वैचारिक जड़ों पर जोर देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

सरकारी वादों पर सवाल और जनता से अपील
प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का जिक्र करते हुए सरकार की नीयत पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज सरकार महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपए दे रही है, लेकिन चुनाव के बाद यह पैसा नहीं मिलने वाला है। उन्होंने जनता से भावुक अपील करते हुए कहा कि, “पैसे ले लो, लेकिन वोट सोच समझकर दो।” उनका सीधा संदेश था कि जनता को तात्कालिक लाभ से ऊपर उठकर भविष्य के लिए वोट करना चाहिए।
शिक्षा, अपराध और महागठबंधन का एजेंडा
कांग्रेस सांसद ने बिहार की गौरवशाली धरती की चर्चा करते हुए कहा कि इस भूमि ने देश को बहुत कुछ दिया है, लेकिन आज यहां की शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है और अपराध बढ़ गए हैं। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि महागठबंधन यहां कई बड़े काम करना चाहता है।
पेपर लीक पर समाधान: उन्होंने पेपर लीक को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि आज नियुक्तियां नहीं हो पा रही हैं और युवा 28 साल के हो गए हैं, लेकिन नौकरियां नहीं मिल रही हैं। महागठबंधन की सरकार पेपर लीक रोकेगी और परीक्षा का कैलेंडर लेकर आएगी।
रोजगार सृजन: प्रियंका ने वादा किया कि सरकारी रिक्त पदों को तुरंत भरा जाएगा। इसके अलावा, युवाओं को अपना व्यापार शुरू करने के लिए दो लाख रुपए दिए जाएंगे।
घुसपैठिए विवाद और अधिकारों की लड़ाई
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी की ‘वोट चोरी के खिलाफ यात्रा’ पर बीजेपी द्वारा की गई टिप्पणी का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी कहती है कि राहुल गांधी ने घुसपैठिए के लिए यात्रा निकाली, तो क्या यहां के वोटर घुसपैठिए हैं? उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है और यह चुनाव सत्ता के नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य के लिए है।

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