
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया है। संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “चुनाव आयोग भारत के चुनाव आयोग की तरह काम नहीं कर रहा है।” उन्होंने आयोग की टिप्पणियों को “पूरी तरह बकवास” बताते हुए अधिकारियों को चेतावनी दी कि “वे इससे बच नहीं पाएंगे, हम उनके पास आएंगे।”
कर्नाटक का दिया उदाहरण
राहुल गांधी ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का जिक्र करते हुए कर्नाटक की एक सीट का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि वहां 90 नहीं, 100 प्रतिशत सबूत मौजूद हैं, जिससे साबित होता है कि चुनाव आयोग ने जानबूझकर गड़बड़ी करने दी।
एक निर्वाचन क्षेत्र में निरीक्षण के बाद स्पष्ट हुआ कि बड़ी संख्या में फर्जी नाम जोड़े गए हैं, और असली मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। उन्होंने आगे कहा- “हर निर्वाचन क्षेत्र में यही नाटक चल रहा है। हजारों नए मतदाता बनाए गए हैं, जिनकी उम्र 45, 50 या 60 साल है, लेकिन वे ‘नए’ वोटर हैं।”
राहुल का सख्त संदेश: “आप नहीं बचेंगे”
कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग को चेतावनी देते हुए कहा- “हमने 18 साल से ऊपर के नए मतदाताओं की पहचान की है। अगर चुनाव आयोग या उसके अधिकारी यह सोचते हैं कि वे इससे बच निकलेंगे, तो वे गलत हैं। हम आपके पास आएंगे, और आपको इसका जवाब देना होगा।”
उनके इस बयान से साफ है कि कांग्रेस अब मतदाता सूची में गड़बड़ी के मुद्दे पर आक्रामक तेवर अपनाने जा रही है।
तेजस्वी के ‘बहिष्कार’ बयान पर टिप्पणी से इनकार
जब राहुल गांधी से तेजस्वी यादव के ‘चुनाव बहिष्कार’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की। हालांकि यह जरूर कहा कि यह मुद्दा बहुत गंभीर है और इससे लोकतंत्र की बुनियाद को खतरा है।
बता दें कि बिहार में कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन में साझेदार हैं, और तेजस्वी ने SIR प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं के खिलाफ चुनाव बहिष्कार का संकेत दिया है।
एसआईआर प्रक्रिया पर गंभीर सवाल
एसआईआर यानी स्पेशल समरी रिवीजन प्रक्रिया के तहत मतदाता सूचियों का अद्यतन किया जाता है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि इस प्रक्रिया का दुरुपयोग करके चुनाव में हेरफेर की जा रही है।
उन्होंने कहा- “वोटर लिस्ट से असली लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं, और मनचाहे नाम जोड़े जा रहे हैं। यह चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता पर हमला है।”
कांग्रेस की भविष्य की रणनीति के संकेत
राहुल गांधी के बयान से यह संकेत मिलता है कि कांग्रेस आने वाले दिनों में मतदाता सूची में गड़बड़ी के मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग पर और दबाव बनाएगी। साथ ही, यह मुद्दा आगामी चुनावों में एक राजनीतिक हथियार भी बन सकता है।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को जिस तीखे अंदाज में घेरा है, उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस अब चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर सड़कों से संसद तक लड़ाई लड़ने के मूड में है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है, और क्या विपक्षी दल मिलकर इसे बड़ा मुद्दा बनाते हैं या नहीं।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



